नोएडा शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 9 दिसंबर से शुरू:   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

डेली अपडेट्स


विविध

Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 03 अक्तूबर , 2020

  • 03 Oct 2020
  • 6 min read

पुष्‍पा भावे

02 अक्तूबर, 2020 को मुंबई की सुविख्यात सामाजिक कार्यकर्त्ता पुष्‍पा भावे (Pushpa Bhave) का 81 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। अपने सामाजिक और शिक्षण कार्यों के लिये प्रसिद्ध पुष्‍पा भावे विद्यार्थी जीवन से ही राष्ट्र सेवा दल और लोकतांत्रिक आंदोलनों से जुड़ी रही हैं। पुष्‍पा भावे ने आम नागरिकों के अधिकारों के लिये कड़ा संघर्ष किया और वे मुंबई के मध्यम वर्ग के लिये एक आवाज़ बन कर उभरी हैं। पुष्‍पा भावे का मानना था कि मुंबई का मध्यम वर्ग शहर के लिये रीढ़ की हड्डी के तौर पर कार्य करता है। वर्ष 1939 में मुंबई के दादर (Dadar) में जन्मी पुष्‍पा भावे ने मुंबई के एलफिंस्टन कॉलेज से मराठी और संस्कृत में मास्टर डिग्री हासिल की थी। ध्यातव्य है कि पुष्‍पा भावे ने संयुक्‍त महाराष्‍ट्र आंदोलन और गोवा मुक्ति आंदोलन में भाग लिया था। इसके अलावा उन्होंने आपातकाल के दौरान भूमिगत होने वाले राजनीतिक कार्यकर्त्ताओं को भी अपने घर में शरण दी थी। 

ट्राइब्‍स इंडिया ई- मार्केटप्‍लेस

हाल ही में केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा ने आभासी माध्यम से भारत के सबसे बड़े जनजातीय हस्तशिल्प और जैविक उत्पाद बाज़ार स्थल ‘ट्राइब्स इंडिया ई-मार्केटप्लेस’ (Tribes India E-Marketplace) का उद्घाटन किया है। प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में जनजातीय कार्य के तहत ‘भारतीय जनजातीय सहकारी विपणन विकास परिसंघ’ (Tribal Cooperative Marketing Development Federation of India-TRIFED) के इस प्रयास से जनजातीय उद्यमियों को अपने हस्तशिल्प और जैविक उत्पादों को देश भर में प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा। साथ ही इससे, इच्छुक ग्राहक प्रत्यक्ष तौर पर जनजातीय उद्यमियों से जुड़ सकेंगे और उनके उत्पाद खरीद सकेंगे। वर्ष 1987 में अस्तित्त्व में आया ट्राइफेड (TRIFED) जनजातीय कार्य मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय स्तर का एक शीर्ष संगठन है जो ‘ट्राइब्स इंडिया’ ब्रांड के तहत जनजातीय कला व हस्तशिल्प समेत जनजातीय उत्पादों के विक्रय व विकास का कार्य करता है। 

उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश को अतिरिक्त ऋण की मज़ूरी 

हाल ही में केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश को कोरोना वायरस (COVID-19) महामारी के कारण राजस्व में आई गिरावट के बीच अपनी खर्च संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिये 7,106 करोड़ रुपए का अतिरिक्त ऋण लेने की अनुमति दी है। इस संबंध में वित्त मंत्रालय द्वारा जारी आधिकारिक सूचना के अनुसार, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश को सार्वजनिक वितरण प्रणाली (Public Distribution System-PDS) और कारोबारी सुविधा में सुधार के लिये बाज़ार से अतिरिक्‍त ऋण लेने की अनुमति दी गई है। उल्लेखनीय है कि महामारी को मद्देनज़र रखते हुए मई 2020 में केंद्र सरकार ने राज्‍यों की ऋण लेने की सीमा में बढ़ोतरी कर इसे राज्य सकल घरेलू उत्पाद (GSDP) के 2 प्रतिशत के बराबर कर दिया था। इससे राज्‍यों को कुल 4,27,302 करोड़ रुपए की अतिरिक्‍त राशि उपलब्‍ध हो गई थी। 

पर्यटन संजीवनी योजना

असम में कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित हुए पर्यटन उद्योग को पुनर्जीवित करने के लिये असम सरकार ने पर्यटन संजीवनी योजना (Paryatan Sanjeevani Scheme) की घोषणा की है, जिसके तहत पर्यटन उद्योग के इच्छुक उद्यमियों को 1 लाख रुपए से 20 लाख रुपए तक की ऋण राशि प्रदान की जाएगी। इस संबंध में घोषणा करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कहा कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में पर्यटन से जुड़े उद्यमियों का सशक्तीकरण करना है, ताकि राज्य के पर्यटन उद्योग को एक नई दिशा दी जा सके। इस योजना के हिस्से के रूप में लाभार्थियों को कुल पाँच वर्ष की अवधि के लिये ऋण प्रदान किया जाएगा, जबकि उन्हें शुरुआती एक वर्ष में किसी भी प्रकार का ब्याज का भुगतान नहीं करना पड़ेगा। पहले वर्ष का ब्याज भुगतान स्वयं सरकार द्वारा किया जाएगा। मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने ‘पर्यटन सारथी’ नाम से एक योजना का भी उद्घाटन किया है, जो कि असम पर्यटन के बारे में संपूर्ण जानकारी जैसे- बुकिंग, टूर पैकेज और होटल आदि की सूचना प्रदान करेगी।

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2
× Snow