रैपिड फायर
खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के प्रति क्वाड की प्रतिबद्धता
- 24 Jan 2025
- 2 min read
स्रोत: टाइम्स ऑफ इंडिया
डोनाल्ड ट्रम्प के शपथ ग्रहण के बाद, क्वाड विदेश मंत्रियों ने खुले और मुक्त हिंद-प्रशांत के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की तथा बल या दबाव के माध्यम से यथास्थिति को बदलने की एकपक्षीय कार्रवाई का विरोध किया।
- मंत्रियों ने अंतर्राष्ट्रीय कानून, लोकतांत्रिक मूल्यों और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में क्षेत्रीय अखंडता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की तथा दक्षिण चीन सागर और पूर्वी चीन सागर में चीन के क्षेत्रीय दावों का विरोध किया।
- भारत 2025 में सातवें क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन की मेज़बानी करेगा, जिससे रणनीतिक समूह में उसकी नेतृत्वकारी भूमिका और सुदृढ़ होगी।
- क्वाड: क्वाड ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और अमेरिका के बीच एक कूटनीतिक साझेदारी है, जो हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता, समृद्धि और खुलेपन पर केंद्रित है।
- क्वाड की स्थापना वर्ष 2004 में हिंद महासागर में आई सुनामी के बाद हुई थी, जब चारों देशों ने मानवीय सहायता प्रदान की थी।
- वर्ष 2007 में अधिकारी स्तर की बैठक के बाद, वर्ष 2017 में आधिकारिक स्तर की बैठकें फिर से शुरू हुईं, जिसके परिणामस्वरूप वर्ष 2019 में विदेश मंत्री स्तर पर पहली क्वाड बैठक हुई।
- क्वाड-प्लस बैठकों में दक्षिण कोरिया, न्यूज़ीलैंड और वियतनाम जैसे देश शामिल हुए हैं, जिससे क्वाड की और अधिक स्वीकृति का संकेत मिलता है।
और पढ़ें: छठा क्वाड शिखर सम्मेलन 2024