प्रारंभिक परीक्षा
प्रीलिम्स फैक्ट्स: 28 सितंबर, 2019
- 28 Sep 2019
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काज़िंद- 2019
(KAZIND- 2019)
भारत और कज़ाखस्तान के मध्य संयुक्त सैन्य अभ्यास काज़िंद- 2019 (KAZIND- 2019) का आयोजन 2 अक्तूबर से 15 अक्तूबर तक पिथौरागढ़ (उत्तराखंड) में किया जाएगा।
- यह अभ्यास प्रतिवर्ष दोनों देशों में बारी-बारी से आयोजित किया जाता है तथा काज़िंद का यह चौथा संस्करण है।
- इस अभ्यास में भारतीय और कज़ाखस्तान दोनों सेनाओं के लगभग 100 सैनिक शामिल होंगे जो अतीत में विभिन्न आतंकवादरोधी अभियानों के संचालन के दौरान प्राप्त अपने अनुभव को साझा करेंगे।
- इस अभ्यास का उद्देश्य पर्वतीय इलाकों में आतंकवाद निरोधी अभियानों के संचालन के लिये दोनों सेनाओं के संयुक्त प्रशिक्षण पर ज़ोर देना है।
- इस अभ्यास में वैश्विक आतंकवाद और हाइब्रिड युद्ध के उभरते पहलुओं को भी शामिल किया गया है।
- इस संयुक्त सैन्य अभ्यास से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के साथ ही रक्षा सहयोग में भी वृद्धि होगी।
ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कटौती हेतु ‘नेतृत्व समूह’
('Leadership Group' to cut greenhouse gas emissions)
न्यूयार्क में आयोजित संयुक्त राष्ट्र जलवायु कार्रवाई शिखर सम्मेलन (UN Climate Action Summit) के दौरान 11 देशों व कुछ संगठनो को मिलाकर एक ‘नेतृत्व समूह’ (Leadership Group) की घोषणा की गयी है।
- यह समूह विश्व में सर्वाधिक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन करने वाले उद्योगों को उत्सर्जन कटौती में सहयोग कर निम्न कार्बन उत्सर्जन अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा।
- इस नेतृत्व समूह का उद्देश्य हार्ड-टू-डीकार्बोनाइज़ (भारी वाहन, शिपिंग, स्टील, सीमेंट आदि) और उर्जा गहन क्षेत्रों (Energy-Intensive Sectors) में बदलाव लाना है।
- यह वैश्विक पहल भारी उद्योगों और ऑटो कंपनियों को पेरिस समझौते के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिये एक व्यावहारिक मार्ग उपलब्ध करवाएगी।
- इस समूह में भारत, स्वीडन, अर्जेंटीना, फिनलैंड, फ्रांँस, जर्मनी, आयरलैंड, लक्ज़मबर्ग, नीदरलैंडस, दक्षिण कोरिया और यूनाइटेड किंगडम शामिल हैं।
- इस समूह के संयुक्त नेतृत्व हेतु भारत और स्वीडन को चुना गया है।
- इस वैश्विक पहल को विश्व आर्थिक मंच (World Economic Forum), एनर्जी ट्रांजिसन कमीशन (Energy Transitions Commission), मिशन इनोवेशन (Mission Innovation), स्टॉकहोम एनवायरनमेंट इंस्टीट्यूट (Stockholm Environment Institute) और यूरोपीय क्लाइमेट फाउंडेशन (European Climate Foundation) एवं अनेक कंपनियों द्वारा समर्थन प्रदान किया जाएगा।
‘कैट स्नेक’ की नई प्रजाति
(Boiga thackeray)
पश्चिमी घाट में ‘कैट स्नेक’ (Cat Snake) की नई प्रजाति की खोज की गई है।
- इस प्रजाति का वैज्ञानिक नाम ‘बोइगा ठाकरेई’ (Boiga Thackerayi) रखा गया है जो कि इसकी खोज करने वाली जैव विविधता शोधकर्त्ता टीम के सदस्य तेजस ठाकरे के नाम पर रखा गया है।
- 125 वर्षों में पश्चिमी घाट में पाया जाने वाला यह पहला बोइगा स्नेक है।
बोइगा ठाकरेई (Boiga Thackerayi)
- बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी (Bombay Natural History Society) द्वारा जारी जर्नल के अनुसार:
- यह प्रजाति महाराष्ट्र स्थित ‘सहयाद्रि टाइगर रिज़र्व’ (Sahyadri Tiger Reserve) में पाई गई है।
- इस प्रजाति के शरीर पर बाघ जैसी धारियाँ पाई जाती हैं एवं यह स्नेक अधिकतर वृक्षों पर रहता है।
- यह वृक्षों पर रहने वाले हुमायूँ नाइट फ्रॉग (Humayun’s Night Frog) और उसके अण्डों का भोजन करता है।
- यह प्रजाति विषैली नहीं है और इसकी लंबाई 890 मिमी (लगभग 3 फीट) तक बढ़ती है।
हुमायूँ नाइट फ्रॉग (Humayun’s Night Frog)
यह पश्चिमी घाट की स्थानिक प्रजाति है और उष्णकटिबंधीय नम सदाबहार एवं अर्द्ध-सदाबहार वनों में पाई जाती है।