प्रारंभिक परीक्षा
प्रीलिम्स फैक्ट्स : 12 जनवरी, 2019
- 12 Jan 2019
- 13 min read
गगनयान मिशन
अंतरिक्ष में भारत के पहले मानव मिशन गगनयान को भेजने के लिये इसरो ने लक्ष्य निर्धारित कर दिये हैं।
- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organisation-ISRO) ने 10,000 करोड़ रुपए के बजट के साथ इस मिशन के लिये आवश्यक बुनियादी ढाँचा तैयार किया है।
- गगनयान कार्यक्रम को सुचारु रूप से चलाने के लिये इसरो ने बंगलूरू के अपने मुख्यालय में ‘मानव अंतरिक्ष उड़ान केंद्र’ (Human Space Flight Centre) भी स्थापित किया है। उन्नीकृष्णन नायर (Unnikrishnan Nair) को इस केंद्र के निदेशक के रूप में नामित किया गया है।
इसरो की योजना-
- दिसंबर 2020 में गगनयान मिशन के तहत पहला मानव रहित (बिना अंतरिक्ष यात्री वाला) यान अंतरिक्ष में भेजा जाएगा।
- इसके बाद जुलाई 2021 में दूसरा मानव रहित यान भेजा जाएगा।
- दिसंबर 2021 में अंतरिक्ष यात्रियों के साथ पहला गगनयान मिशन भेजा जाएगा।
स्रोत : द हिंदू (बिज़नेस लाइन)
पोलावरम परियोजना
हाल ही में आंध्र प्रदेश की पोलावरम परियोजना (Polavaram Project) ने गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में अपना नाम दर्ज़ कराया। इसके तहत 24 घंटों में 32,100 क्यूबिक मीटर कंक्रीट डालने का कार्य किया गया।
- इस परियोजना ने 21,580 क्यूबिक मीटर के मौजूदा रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया जो अब्दुल वाहेद बिन शबीब (Wahed Bin Shabib), आर.ए.एल.एस कॉन्ट्रैक्टिंग एल.एल.सी (RALS Contracting LLC) और अल्फा इंजीनियरिंग कंसल्टेंट (Alfa Eng. Consultant) द्वारा वर्ष 2017 में हासिल किया गया था।
- पोलावरम परियोजना के प्रमुख कार्यों को निष्पादित करने के लिये अनुबंधित एजेंसी नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड (Navayuga Engineering Company Ltd-NECL) ने इस काम को पूरा किया।
परियोजना के बारे में
- वर्तमान आंध्र प्रदेश राज्य में स्थित पोलावरम परियोजना (जिसे इंदिरा सागर पोलावरम परियोजना के नाम से भी जाना जाता है) एक बहुद्देशीय परियोजना है।
- यह परियोजना आंध्र प्रदेश में पश्चिमी गोदावरी ज़िले के पोलावरम मंडल के रम्मय्यापेट (Ramayampet) के निकट गोदावरी नदी पर स्थित है।
- इस परियोजना को आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी, विशाखापत्तनम, पश्चिमी गोदावरी और कृष्णा ज़िलों में सिंचाई, जल विद्युत सुविधा विकसित करने और पेयजल सुविधाएँ प्रदान करने के लिये तैयार किया गया है।
- सरकार ने इस परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दिया है और इस पर होने वाला सारा खर्च केंद्र सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
स्रोत : इंडियन एक्सप्रेस एवं जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय की वेबसाइट
राष्ट्रीय युवा दिवस (National Youth Day)
समाज सुधारक, दर्शनिक और सुप्रसिद्ध विचारक स्वामी विवेकानन्द के जन्मदिन के अवसर पर अर्थात् 12 जनवरी को प्रतिवर्ष राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
- संयुक्त राष्ट्र संघ (United Nation Organisation) के निर्णयानुसार वर्ष 1985 को 'अंतर्राष्ट्रीय युवा वर्ष' घोषित किये जाने के बाद भारत सरकार ने स्वामी विवेकानन्द के जन्मदिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी।
- स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी, 1863 को कोलकाता में हुआ था तथा इनका वास्तविक नाम नरेंद्रनाथ दत्त था।
- ये रामकृष्ण परमहंस के शिष्य थे।
- विवेकानंद ने बेलूर मठ, पश्चिम बंगाल में रामकृष्ण मिशन की स्थापना की।
भारत में विवेकानंद की सबसे ऊँची प्रतिमा
- स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर रांची के ‘बड़ा तालाब’ में विवेकानंद की प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
- यह प्रतिमा विवेकानंद की देश में सबसे ऊँची प्रतिमा (33 फीट) है। इस प्रतिमा की स्थापना के बाद डेढ़ सौ साल पुराने ‘बड़ा तालाब’ को भी विवेकानंद सरोवर के नाम से जाना जाएगा।
- विवेकानंद की इस प्रतिमा में छह टन काँसे और दो टन स्टील का इस्तेमाल किया गया है।
सावित्रीबाई फुले
3 जनवरी को सावित्रीबाई फुले की 187वीं वर्षगाँठ मनाई गई।
- यूँ तो उनको कई क्षेत्रों में उपलब्धियाँ प्राप्त थीं, लेकिन उन्हें विशेष रूप से मनुवादी संस्कृति को चुनौती देने के लिये जाना जाता है।
- सावित्रीबाई फुले का जन्म 3 जनवरी, 1831 को महाराष्ट्र में सतारा ज़िले के नायगांव में हुआ था। 9 वर्ष की आयु में उनका विवाह 13 वर्षीय ज्योतिबा राव फुले से हुआ था।
- ज्योतिबा ने सावित्रीबाई फुले को घर पर ही पढ़ाया और बाद में उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में प्रशिक्षण प्राप्त कर पुणे के महारवाड़ा में सगुनाबाई (एक क्रांतिकारी नारीवादी) के साथ लड़कियों को पढ़ाना शुरू किया।
- 1850 के दशक में, फुले दंपति ने दो शैक्षिक ट्रस्टों- नेटिव फीमेल स्कूल (Native Female School), पुणे और The Society for Promoting the Education of Mahars, Mangs and Etceteras की शुरुआत की।
- सावित्रीबाई एक उग्र लेखिका और कवयित्री भी थीं। उन्होंने 1854 में काव्य फुले (Kavya Phule) और 1892 में बावन काशी सुबोध रत्नाकर (Bavan Kashi Subodh Ratnakar) को प्रकाशित किया। अपनी कविता गो, गेट एजुकेशन (Go, Get Education) के ज़रिये उन्होंने उत्पीड़ित समुदायों से शिक्षा प्राप्त करने और उत्पीड़न की ज़ंजीरों से मुक्त होने का आग्रह किया।
स्रोत : लाइव मिंट
संपन्न (SAMPANN)
हाल ही में दूरसंचार विभाग के पेंशनरों को सुविधा प्रदान करने के लिये एक व्यापक पेंशन प्रबंधन सॉफ्टवेयर ‘संपन्न’ लॉन्च किया गया।
- संपन्न का पूरा नाम सिस्टम फॉर अकाउंटिंग एंड मैनेजमेंट ऑफ़ पेंशन ((System for Accounting and Management of Pension- SAMPANN) है।
- इस डिजिटल सेवा के ज़रिये पेंशनर घर बैठे मोबाइल पर ही अपनी पेंशन के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
- इस सेवा के माध्यम से दूरसंचार विभाग के पाँच लाख पेंशनर लाभान्वित होंगे। उल्लेखनीय है कि फिलहाल दूरसंचार विभाग के साढ़े तीन लाख पेंशनर लाभ प्राप्त करेंगे तथा बाद में डेढ़ लाख और पेंशनर इससे जुड़ेंगे।
स्रोत : टाइम्स ऑफ इंडिया
70 पॉइंट ग्रेडिंग इंडेक्स (70 points grading index)
हाल ही में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय (Ministry of Human Resource Development) ने राज्यों में स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने हेतु 70 पॉइंट ग्रेडिंग इंडेक्स (70-point grading index) लॉन्च किया।
- इसके तहत स्कूलों की शिक्षा प्रणाली के मूल्यांकन के लिये 70 संकेतकों का इस्तेमाल किया जाएगा।
- 70 पॉइंट ग्रेडिंग इंडेक्स की सहायता से राज्यों की स्कूली शिक्षा प्रणाली में व्याप्त खामियों अथवा कमज़ोर पक्षों का आकलन किया जाएगा ताकि प्रत्येक स्तर पर शिक्षा को बेहतर बनाने के लिये आवश्यक कदम उठाए जा सकें।
- इस पहल द्वारा राज्यों को यह जानकारी प्राप्त होगी कि वे किन मानकों पर पिछड़ रहे हैं तथा किन क्षेत्रों में उन्हें सुधार करने की आवश्यकता है।
- इस ग्रेडिंग इंडेक्स के कुछ महत्त्वपूर्ण संकेतकों में अध्यापकों की रिक्तियाँ, नेतृत्त्व के स्तर (Leadership Position) पर सीधी नियुक्ति, स्कूल की आधारिक संरचना आदि शामिल हैं।
- इस सूचकांक के अंतर्गत 1000 अंक (Point) होंगे, प्रत्येक मानक के लिये 10-20 अंक रखे जाएंगे।
- राज्यों द्वारा शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिये किये जा रहे कार्यों हेतु निधि की व्यवस्था भी की जाएगी।
- इस प्रणाली से प्रत्येक राज्य के स्कूली शिक्षा स्तर के बारे में जानकारी प्राप्त होगी साथ ही राज्यों को अपने प्रदर्शन को बेहतर करने का अवसर प्राप्त होगा।
स्रोत : द हिंदू (बिज़नेस लाइन)
देश का सबसे लंबा सिंगल लेन स्टील केबल ब्रिज (Country's Longest Single Lane Steel Cable Bridge)
हाल ही में अरुणाचल प्रदेश में देश के सबसे लंबे (300 मीटर) सिंगल लेन स्टील केबल सस्पेंशन ब्रिज का उद्घाटन किया गया।
- ऊपरी सियांग (Upper Siang) ज़िले के यिंगकिओंग (Yingkiong) में सियांग नदी पर बने इस पुल का नाम ब्योरुंग ब्रिज (Byorung Bridge) रखा गया है।
- इस पुल का निर्माण पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास विभाग (Department for Development of North Eastern Region-DONER) मंत्रालय द्वारा प्रदत्त 48.43 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है।
- इस पुल के कारण यिंगकिओंग से तूतिंग (Tuting) के बीच की दूरी लगभग 40 किमी. कम हो जाएगी। पुल के निर्माण से पहले इनके बीच सड़क मार्ग से कुल दूरी 192 किमी. थी।
- इस पुल के निर्माण से रक्षा तैयारियों को बढ़ावा देने के अलावा, नदी के दोनों किनारों पर रहने वाले 20,000 लोगों को लाभ होने की उम्मीद है।
विजय माल्या
विजय माल्या को देश का पहला भगौड़ा आर्थिक अपराधी (fugitive economic offender) घोषित किया गया है।
कौन है भगोड़ा आर्थिक अपराधी?
भगोड़ा आर्थिक अपराधी विधेयक, 2018 के अंतर्गत ऐसे व्यक्ति को भगोड़ा आर्थिक अपराधी के रूप में परिभाषित किया गया है जिसके खिलाफ किसी अपराध (अनुसूची में दर्ज) के संबंध में गिरफ्तारी को लेकर वारंट जारी किया गया है। इसके अतिरिक्त उस व्यक्ति ने-
- मुक़दमे से बचने के लिये देश छोड़ दिया है या
- मुकदमे का सामना करने से बचने के लिये देश लौटने से इनकार कर दिया हो।
अनुसूची में दर्ज अपराधों में से कुछ प्रमुख अपराध इस प्रकार हैं-
- नकली सरकारी स्टाम्प या करेंसी बनाना।
- पर्याप्त धन न होने के कारण चेक का भुनाया न जाना।
- मनी लॉन्ड्रिंग।
- क्रेडिटर्स के साथ लेन-देन में धोखाधड़ी करना।