प्रिलिम्स फैक्ट्स: 10 नवंबर, 2020 | 10 Nov 2020

दक्षिण जॉर्जिया की ओर खिसकता विशाल हिमखंA68a

Giant Antarctic iceberg on collision course with British territory of South Georgia

वैज्ञानिकों के अनुसार, A68a नामक हिमखंड (Iceberg) सुदूर दक्षिण अटलांटिक द्वीप से विखंडित होकर ब्रिटिश आधिपत्य दक्षिण जॉर्जिया से टकराने की कगार पर है।

South-Georgia

प्रमुख बिंदु:

  • यह हिमखंड आकार में लगभग 150 किलोमीटर लंबा तथा 48 किलोमीटर चौड़ा है।
  • वर्तमान में यह ‘हिमखंड एले’ (Iceberg Alley) नामक किनारे के साथ दक्षिण जॉर्जिया की ओर खिसक रहा है जो वर्ष 2017 में अंटार्कटिका के लार्सन सी शेल्फ ( Larsen C Shelf) से विखंडित हुआ था।
    • शुरुआत में यह A-68 के रूप में जाना जाता था, दक्षिण जॉर्जिया की ओर खिसकने से यह विखंडित हो गया जिसे बाद में A-68a नाम दिया गया।
  • वर्तमान में यह दक्षिण जॉर्जिया के दक्षिण-पश्चिमी किनारे से कुछ सौ किलोमीटर दूर है।

प्रभाव:

  • नकारात्मक-
    • वैज्ञानिकों के अनुसार, यदि टकराने के बाद यह स्थिति दस वर्षों तक बनी रहती है तो यह न केवल जॉर्जिया की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा बल्कि वहाँ के पारिस्थितिकी तंत्र को भी प्रभावित कर सकता है।
    • यह हिमखंड दक्षिण जॉर्जिया क्षेत्र में हज़ारों पेंगुइन और सीलों के निवास स्थान के साथ उनके लिये उपलब्ध खाद्य पदार्थों को भी क्षति पहुँचा सकता है।
    • यह वहाँ के मछली उत्पादन को बड़े स्तर पर प्रभावित कर सकता है।
  • सकारात्मक-
    • वैज्ञानिकों के अनुसार, हिमखंड अपने साथ भारी मात्रा में धूल (Dust) ले जाते हैं जो महासागर के प्लवकों (Plankton) को पोषित करती है, परिणामस्वरूप वहाँ की खाद्य शृंखला लाभान्वित होगी।

 बिंगो और बोगोरिया झील

Kenya's lakes are flooding

हाल में देखा गया है कि केन्या की रिफ्ट घाटी में अवस्थित बिंगो और बोगोरिया झीलों में अधिक वर्षा के कारण जल का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है।

Bogoria

प्रमुख बिंदु:

  • रिफ्ट घाटी में मानसून के दौरान लगभग प्रत्येक वर्ष बाढ़ आती है।
  • इन झीलों का जलस्तर बढ़ने से आसपास के घरों, स्कूलों, राष्ट्रीय उद्यानों, वन्यजीवों एवं आजीविका को नुकसान पहुँच रहा है।
  • वैज्ञानिकों के अनुसार, अधिक वर्षा और  बाढ़ की बढ़ती बारंबारता का कारण जलवायु परिवर्तन तथा वनों का कटाव है।
  • रिफ्ट घाटी में स्थित बिंगो और बोगोरिया झील पहले एक-दूसरे से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर थी, वर्तमान में जलस्तर बढ़ने के कारण ये एक-दूसरे के समीप आ गई हैं जिससे इनके दूषित होने की संभावना बढ़ गई है।  

बिंगो और बोगोरिया झील के संदर्भ में:

  • ये दोनों झीलें स्थानीय नागरिकों के स्थायित्व को बनाए रखने, पर्यटकों को आकर्षित करने और कई वन्यजीव प्रजातियों के लिये निवास स्थान उपलब्ध कराने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
  • बिंगो झील स्थानीय नागरिकों को सिंचाई और पीने का पानी उपलब्ध कराती है, साथ ही यह नील (Nile) मगरमच्छों का निवास स्थान भी है।
  • बोगोरिया झील एक विश्व धरोहर स्थल है और फ्लेमिंगो सहित सैकड़ों पक्षियों की प्रजातियों का निवास स्थान है।

पृथ्वी अवलोकन उपग्रह EOS-01

ISRO launches earth observation satellite EOS-01

हाल ही में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organisation- ISRO) ने पृथ्वी अवलोकन उपग्रह EOS-01 (Earth Observation Satellite EOS-01) का सफल प्रक्षेपण किया।

प्रमुख बिंदु:

  • पृथ्वी अवलोकन EOS-01 उपग्रह को PSLV- C49 से प्रक्षेपित किया गया। यह PSLV (Polar Satellite Launch Vehicle) का 51वाँ मिशन था।
  • इस मिशन के अंतर्गत 9 विदेशी उपग्रहों को भी प्रक्षेपित किया गया है।
  • इन उपग्रहों को अंतरिक्ष विभाग के न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (NewSpace India Limited- NSIL) के साथ एक वाणिज्यिक समझौते के हिस्से के रूप में लॉन्च किया गया।
  • इनमें चार उपग्रह अमेरिका के, 4 लक्ज़मबर्ग के तथा 1 लिथुआनिया का है।
  • इसरो द्वारा शुरू किये गए अन्य पृथ्वी अवलोकन उपग्रहों में RESOURCESAT- 2, 2A; CARTOSAT-1, 2, 2A, 2B; RISAT-1 और 2; OCEANSAT-2, मेघा-ट्रॉपिक, SARAL तथा SCATSAT-1, INSAT-3DR, 3D शामिल हैं।

EOS-01 के संदर्भ में:

  • ISRO के अनुसार, EOS-01 उपग्रह कृषि प्रबंधन, वानिकी और आपदा प्रबंधन सहायता जैसे उद्देश्यों की पूर्ति के लिये एक पृथ्वी अवलोकन उपग्रह है।
  • पृथ्वी अवलोकन का अर्थ है पृथ्वी के भौतिक, रासायनिक और जैविक प्रणालियों के बारे में जानकारी एकत्र करना।
  • पृथ्वी अवलोकन उपग्रह, रिमोट सेंसिंग तकनीक से लैस होते हैं।