श्री गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश पर्व | 05 Sep 2024

स्रोत: पी.आई.बी. 

हाल ही में प्रधानमंत्री ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब के प्रकाश पर्व (प्रकाश दिवस) के अवसर पर शुभकामनाएँ दीं।

  • प्रकाश पर्व: यह वर्ष 1604 में अमृतसर में नवनिर्मित स्वर्ण मंदिर में श्री गुरु ग्रंथ साहिब (जिसे आदि ग्रंथ साहिब भी कहा जाता है) के प्रथम प्रकाश (उद्घाटन समारोह) की स्मृति मे मनाया जाता है।
  • आदि ग्रंथ साहिब: आदि ग्रंथ का अर्थ है– ‘पहली पुस्तक’ जो गुरु अर्जन देव (10 गुरुओं में से 5वें) द्वारा वर्ष 1604 में रचित सिख धर्मग्रंथों का प्रारंभिक संकलन है।
    • आदि ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब का पहला संस्करण है, जो सिखों का पवित्र धर्म ग्रंथ है।
    • 10वें सिख गुरु, गुरु गोविंद सिंह ने वर्ष 1704 से 1706 के दौरान ग्रंथ में और पवित्र शब्द जोड़े।
      • वर्ष 1708 में अपने प्रस्थान से पूर्व उन्होंने आदि ग्रंथ को शाश्वत गुरु घोषित किया और सभी सिखों को गुरु ग्रंथ साहिब को अपना अगला व शाश्वत गुरु मानने का आदेश दिया। तब इसका नाम बदलकर श्री गुरु ग्रंथ साहिब कर दिया गया।
    • आदि ग्रंथ में कबीर, रविदास, नाम देव और शेख फरीद सहित 36 हिंदू तथा मुस्लिम लेखकों की रचनाएँ शामिल हैं।

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