लखनऊ शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 23 दिसंबर से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:



डेली अपडेट्स

प्रारंभिक परीक्षा

पॉवरथॉन-2022

  • 08 Feb 2022
  • 3 min read

हाल ही में केंद्रीय विद्युत मंत्रालय ने पावरथॉन-2022 की शुरुआत की।

Powerthon-2022

पॉवरथॉन-2022 के बारे में:

  • यह बिजली वितरण में जटिल समस्याओं को हल करने के लिये प्रौद्योगिकी संचालित समाधान खोजने हेतु पुनरोत्थान वितरण क्षेत्र योजना (Revamped Distribution Sector Scheme-RDSS) के तहत लॉन्च की गई हैकाथॉन प्रतिस्पर्द्धा है।
  • इस हैकाथॉन में स्टार्ट-अप, प्रौद्योगिकी समाधान प्रदाता (TSPs), शैक्षणिक तथा अनुसंधान संस्थान, उपकरण निर्माता, राज्य विद्युत इकाइयाँ व राज्य एवं केंद्रीय बिजली क्षेत्र की अन्य संस्थाओं की भागीदारी होगी। 
  • इस हैकाथॉन की नौ थीम्स हैं: मांग/भार पूर्वानुमान, कुल तकनीकी और वाणिज्यिक (AT&C) हानि में कमी, ऊर्जा की चोरी का पता लगाना, वितरण ट्रांसफार्मर (DT) विफलता का अनुमान, संपत्ति निरीक्षण,  वनस्पति प्रबंधन, उपभोक्ता के अनुभव में वृद्धि, नवीकरणीय ऊर्जा का संयोजन और बिजली खरीद का अनुकूलन।

RDSS क्या है?

  • जुलाई 2021 में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने डिस्कॉम (निजी क्षेत्र के डिस्कॉम को छोड़कर) की परिचालन क्षमता और वित्तीय स्थिरता में सुधार हेतु इसे मंज़ूरी दी थी।
  • यह डिस्कॉम (बिजली वितरण कंपनियों) की आपूर्ति के लिये बुनियादी ढाँचे को मज़बूत करने हेतु वित्तीय सहायता प्रदान करता है।
  • एकीकृत विद्युत विकास योजना, दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना और प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना जैसी सभी मौजूदा बिजली क्षेत्र सुधार योजनाओं को इस अम्ब्रेला कार्यक्रम में मिला दिया जाएगा।
  • यह योजना वर्ष 2025-26 तक उपलब्ध रहेगी।
  • आरडीएसएस (RDSS) एक सुधार-आधारित और परिणाम से जुड़ी योजना है तथा आरडीएसएस का प्रमुख उद्देश्य एटीएंडसी (AT&C) के नुकसान को 12-15% तक कम करना, वर्ष 2024-25 तक राजस्व लागत अंतर को समाप्त करने के साथ ही विद्युत आपूर्ति की गुणवत्ता व विश्वसनीयता में सुधार करना है।

विद्युत क्षेत्र से संबंधित अन्य योजनाएँ क्या हैं?

स्रोत: पी.आई.बी.

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2