रैपिड फायर
VSSC में ध्रुवीय सूर्यघड़ी
- 03 Jan 2025
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स्रोत:द हिंदू
हाल ही में विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC) द्वारा डिजाइन की गई एक ध्रुवीय सूर्यघड़ी को केरल के थुंबा स्थित अंतरिक्ष संग्रहालय के 'रॉकेट गार्डन' में प्रदर्शित किया गया है।
- यह सूर्यघड़ी एक शैक्षणिक उपकरण के रूप में कार्य करती है, जो जटिल खगोलीय अवधारणाओं को दृश्यात्मक रूप से आकर्षक ढंग से प्रदर्शित करती है।
- प्रमुख विशेषताएँ:
- सूर्यघड़ी में एनालेमेटिक सुधार की सुविधा है, जिससे यह भारतीय मानक समय (IST) और तारीख को सटीक रूप से प्रदर्शित कर सकती है।
- पारंपरिक सूर्यघड़ी के विपरीत, यह सूर्यघड़ी सीधी घंटे की रेखाओं को पर उल्टे एनालेम्मा वक्र से बदल देती है, जो पूरे वर्ष स्थानीय सौर समय को स्वचालित रूप से औसत सौर समय में परिवर्तित कर देती है।
- एनालेम्मा सुधार, पृथ्वी के झुकाव और दीर्घवृत्तीय कक्षा के कारण, एक वर्ष के दौरान आकाश में सूर्य द्वारा बनाए गए आठ के आकार के पैटर्न पर आधारित है।
- सूर्यघड़ी में एनालेमेटिक सुधार की सुविधा है, जिससे यह भारतीय मानक समय (IST) और तारीख को सटीक रूप से प्रदर्शित कर सकती है।
- सूर्यघड़ी को ध्रुवीय विन्यास के साथ डिजाइन किया गया है, जहाँ सूर्यघड़ी प्लेट को पृथ्वी के ध्रुवीय अक्ष के समानांतर संरेखित किया गया है और थुंबा के अक्षांश के आधार पर एक कील के आकार की संरचना से जोड़ा गया है।
- इस सूर्यघड़ी में रोहिणी शृंखला के RH200 साउंडिंग रॉकेट का 1.6 फीट ऊँचा, 3D-मुद्रित लघु संस्करण अंकित है।
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