रैपिड फायर
प्रधानमंत्री द्वारा 3 अंतरिक्ष अवसंरचना परियोजनाओं और 'एस्ट्रोनॉट विंग्स' का उद्घाटन
- 28 Feb 2024
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हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री ने तीन महत्त्वपूर्ण अंतरिक्ष अवसंरचना परियोजनाओं का उद्घाटन किया: सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा में SLV इंटीग्रेशन
- फैसिलिटी (PIF); ISRO प्रोपल्शन कॉम्प्लेक्स, महेंद्रगिरि में नवीन ‘सेमी-क्रायोजेनिक्स इंटीग्रेटेड इंजन और स्टेज टेस्ट (SIEST )फैसिलिटी’; विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र, तिरुवनंतपुरम में 'ट्राइसोनिक विंड टनल'।
- ये सभी अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की तकनीकी क्षमताओं को बढ़ाएंगे जिससे अंतरिक्ष अन्वेषण के लिये भारत के दृष्टिकोण को समर्थन मिलेगा।
- PIF PSLV प्रक्षेपणों को सालाना 6 से बढ़ाकर 15 करेगा और SSLV व अन्य छोटे प्रक्षेपण वाहनों का समर्थन करेगा।
- SIEST फैसिलिटी सेमी-क्रायोजेनिक इंजन विकसित करेगी, जो पेलोड क्षमता को बढ़ाएगी, जिसमें 200 टन तक के थ्रस्ट वाले इंजनों का परीक्षण करने की क्षमता होगी।
- ट्राइसोनिक विंड टनल रॉकेट और विमानों के लिये वायुगतिकीय परीक्षण में एक उपलब्धि है।
- ये सुविधाएँ गगनयान मिशन के लिये भी महत्त्वपूर्ण हैं।
- PIF PSLV प्रक्षेपणों को सालाना 6 से बढ़ाकर 15 करेगा और SSLV व अन्य छोटे प्रक्षेपण वाहनों का समर्थन करेगा।
- साथ ही प्रधानमंत्री ने गगनयान मिशन के लिये चुने गए 4 पायलटों के नामों की घोषणा की और उन्हें 'एस्ट्रोनॉट विंग्स' प्रदान किये।
- गगनयान मिशन के लिये नामित पायलट– ग्रुप कैप्टन पी. बालाकृष्णन नायर, ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन, ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप और विंग कमांडर एस. शुक्ला हैं।
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