नोएडा शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 16 जनवरी से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:



डेली अपडेट्स

रैपिड फायर

वर्ष 2022-23 में पीएम केयर्स फंडिंग में कमी

  • 31 Dec 2024
  • 3 min read

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

प्रधानमंत्री नागरिक सहायता एवं आपातकालीन राहत कोष (पीएम-केयर्स फंड) के ऑडिट विवरणों के अध्ययन से पता चलता है कि वर्ष 2022-23 में स्वैच्छिक योगदान घटकर 912 करोड़ रुपए रह गया, जो मार्च, 2020 में इसकी स्थापना के बाद से सबसे कम है। 

  • वर्ष 2020-21 में यह योगदान 7,184 करोड़ रुपए के उच्चतम स्तर पर था, फिर कोविड-19 महामारी के बाद वर्ष 2021-22 में यह घटकर 1,938 करोड़ रुपए रह गया।

पीएम केयर्स फंड

  • परिचय:
    • यह पंजीकरण अधिनियम, 1908 के तहत 27 मार्च, 2020 को पंजीकृत एक सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट है।
  • उद्देश्य:
    • इसका उद्देश्य सार्वजनिक स्वास्थ्य संकटों जैसे कोविड-19, प्राकृतिक आपदाओं या मानव निर्मित आपदाओं सहित राहत या सहायता प्रदान करना तथा स्वास्थ्य सेवा, फार्मास्युटिकल बुनियादी ढाँचे एवं अन्य आवश्यक सुविधाओं के विकास को सुविधाजनक बनाना है।
    • यह प्रभावित आबादी को वित्तीय सहायता, अनुदान या अन्य आवश्यक सहयोग प्रदान करता है।
  • सदस्य और शासन:
  • आलोचनाएँ:
    • नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) द्वारा ऑडिट नहीं किया जाता है, तथा सूचना का अधिकार (RTI) अधिनियम लागू नहीं होता है।
    • उद्देश्य का दोहराव: PMNRF के साथ ओवरलैप।
    • अपर्याप्त उपयोग: आवश्यकता होने के बावजूद, धन का उपयोग नहीं किया जाता है (उदाहरण के लिये, 202 करोड़ रुपए वेंटिलेटर वापस कर दिया गया)
    • विदेशी दान: घरेलू नीति निर्धारण पर बाहरी प्रभाव के बारे में चिंता जताई गई।

और पढ़ें: पीएम-केयर्स फंड 

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2