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ओणम और मिलाद-उन-नबी

  • 19 Sep 2024
  • 2 min read

स्रोत: पी.आई.बी

हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ने ओणम तथा मिलाद-उन-नबी (ईद-ए-मिलाद) के अवसर पर बधाई एवं शुभकामनाएँ दीं ।

  • इस वर्ष ओणम और मिलाद-उन-नबी दोनों पूरे भारत में एक ही दिन मनाए गए।

ओणम:

  • ओणम केरल का एक प्रमुख फसल उत्सव है, जो असुर राजा महाबली की घर वापसी की याद में मनाया जाता है , जिनके बारे में मान्यता है कि उन्होंने इस क्षेत्र में शांति और समृद्धि लायी थी। 
  • यह मलयालम कैलेंडर के पहले महीने, कोल्लावर्षम, चिंगम के दौरान होता है ।
  • दस दिवसीय यह त्योहार अथम (ओणम का पहला दिन) से शुरू तथा थिरुवोणम (अंतिम दिन) पर समाप्त होता है। 
  • प्रमुख समारोहों में पूक्कलम (फूलों की रंगोली) के निर्माण के साथ-साथ विभिन्न पारंपरिक अनुष्ठान जैसे- वल्लम काली (नाव दौड़) , पुलिकली (बाघ नृत्य) , कुम्माट्टिकाली (मुखौटा नृत्य) और ओनाथल्लू (मार्शल आर्ट) शामिल हैं
  • मिलाद-उन-नबी (ईद-ए-मिलाद): यह पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्म की याद में मनाया जाता है । परंपरा के अनुसार, पैगंबर का जन्म 570 ई. में मक्का में रबी-उल-अव्वल (इस्लामिक कैलेंडर का तीसरा महीना) की 12 तारीख को हुआ था । 
    • उल्लेखनीय बात यह है कि पैगंबर का निधन भी इसी दिन हुआ था।

और पढ़ें…ओणम उत्सव

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