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नोबेल शांति पुरस्कार 2024

  • 15 Oct 2024
  • 7 min read

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस 

चर्चा में क्यों?

वर्ष 2024 का शांति का नोबेल पुरस्कार हिरोशिमा-नागासाकि पर परमाणु बम हमले के उत्तरजीवियों का प्रतिनिधित्त्व करने वाले एक जापानी संगठन, निहोन हिदानक्यो को प्रदान किया गया है, जो परमाणु हथियार मुक्‍त विश्‍व का लक्ष्‍य हासिल करने के लिये अथक प्रयास करता है।  

  • वर्ष 2023 का नोबेल शांति पुरस्कार ईरानी मानवाधिकार अधिवक्ता नरगिस मोहम्मदी को दिया गया था, जो एक अल्पसंख्यक समूह से थीं। 
  • उन्हें ईरान में महिलाओं के उत्पीड़न के खिलाफ लड़ाई और सभी के लिये मानवाधिकारों तथा स्वतंत्रता को बढ़ावा देने के लिये उनके संघर्ष के लिये सम्मानित किया गया।

निहोन हिदानक्यो 

  • 10 अगस्त, 1956 को स्थापित यह संगठन वर्ष 1945 में संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा हिरोशिमा और नागासाकी पर किये गए परमाणु बम विस्फोटों में जीवित बचे लोगों से बना है।
  • बचे हुए लोगों, जिन्हें “हिबाकुशा” या “बम प्रभावित लोग” कहा जाता है, ने परमाणु हथियारों को समाप्त करने के उद्देश्य से वैश्विक आंदोलन का नेतृत्व करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।

जापान पर परमाणु हमला क्या था?

  • 6 अगस्त, 1945 को संयुक्त राज्य अमेरिका ने हिरोशिमा पर “लिटिल बॉय” नामक बम गिराया, जिसके परिणामस्वरूप विनाश हुआ।
    • 70,000 से अधिक लोगों की मृत्यु तत्काल हो गई और अंततः मरने वालों की संख्या 100,000 से अधिक हो गयी।
  • 9 अगस्त, 1945 को, हिरोशिमा के विनाश का पता चलने से पहले ही, अमेरिका ने नागासाकी पर "फैट मैन" नामक परमाणु गिरा दिया, जिसके परिणामस्वरूप कम-से-कम 40,000 लोगों की तत्काल मृत्यु हो गई तथा अगले कुछ दिनों और हफ्तों में हज़ोरों लोग मारे गए।
    • जापानी सम्राट हिरोहितो ने 15 अगस्त को जापान के आत्मसमर्पण की घोषणा की। अपने भाषण में उन्होंने चेतावनी दी कि युद्ध जारी रखने से "जापानी राष्ट्र का पतन और विनाश होगा" जिससे "मानव सभ्यता का पूर्ण विनाश" हो सकता है।

हिबाकुशा परमाणु निरस्त्रीकरण का समर्थन कैसे करता है?

  • गंभीर मानवीय क्षति के कारण, परमाणु बम गिराने के संयुक्त राज्य अमेरिका के निर्णय की सामरिक और नैतिक दोनों दृष्टिकोणों से आलोचना हुई है।
    • परमाणु बम विस्फोटों ने वैश्विक परिदृश्य को बदल दिया, जिससे प्रमुख शक्तियाँ संयुक्त राज्य अमेरिका के विरुद्ध निवारक के रूप में अपने स्वयं के परमाणु शस्त्रागार विकसित करने की ओर केंद्रित हो गई हैं।
  • इस परमाणु हथियारों के विकास के परिणामस्वरुप, परमाणु निरस्त्रीकरण के लिये एक वैश्विक आंदोलन उभरा, जिसमें हिबाकुशा ने निरस्त्रीकरण का समर्थन करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • निहोन हिदानक्यो का दावा है कि वह “ हिरोशिमा और नागासाकी के परमाणु बम से बचे लोगों का एकमात्र राष्ट्रव्यापी संगठन है।”
    • उनके प्राथमिक उद्देश्यों में हिबाकुशा के कल्याण को बढ़ावा देना, परमाणु हथियारों के उन्मूलन पर ज़ो देना तथा पीड़ितों के लिये उचित मुआवज़े की मांग करना शामिल है।
    • संगठन ने जापान और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर परमाणु बम विस्फोटों से होने वाले नुकसान और उसके बाद के प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने हेतु हिबाकुशा के अनुभवों को साझा करने पर ध्यान केंद्रित किया है।
  • परमाणु विस्फोट में जीवित बचे लोगों को संयुक्त राष्ट्र, परमाणु-सशस्त्र राज्यों और अन्य देशों के पास भेजकर उनकी कहानियाँ बताने के उनके प्रयासों का उल्लेख नोबेल प्रशस्ति पत्र में किया गया।
  • निहोन हिदानक्यो जैसे संगठनों ने परमाणु निषेध स्थापित करने में योगदान दिया है, जिसके कारण वर्ष 1945 से परमाणु हथियारों के उपयोग पर रोक लगी हुई है।

परमाणु निरस्त्रीकरण हेतु पुरस्कृत अन्य संगठन/व्यक्ति

  • वर्ष 1901 से अब तक निरस्त्रीकरण के प्रयास हेतु कई नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान किये जा चुके हैं।
  • वर्ष 1974 में, जापान के पूर्व प्रधानमंत्री ईसाकु सातो को  गैर-परमाणु हथियार नीति के प्रति जापान के समर्पण हेतु यह पुरस्कार प्रदान किया गया था हुई।
  • हाल ही में नोबेल शांति पुरस्कार, वर्ष 2017 में परमाणु हथियारों के उन्मूलन हेतु अंतर्राष्ट्रीय अभियान (ICAN) को परमाणु हथियारों के उपयोग के भयावह मानवीय परिणामों को उजागर करने के प्रयासों और ऐसे हथियारों को प्रतिबंधित करने के लिये एक संधि की दिशा में अग्रणी कार्य के लिये दिया गया था।
    • ICAN ने परमाणु हथियारों के प्रभावों का दस्तावेज़ीकरण करने के लिये निहोन हिदानक्यो के साथ सहयोग किया है।

अन्य नोबेल पुरस्कार 2024

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ)  

प्रिलिम्स: 

प्रश्न. निम्नलिखित में से किस वैज्ञानिक ने अपने बेटे के साथ भौतिकी का नोबेल पुरस्कार साझा किया? (2008)

(a) मैक्स प्लैंक
(b) अल्बर्ट आइंस्टीन
(c) विलियम हेनरी ब्रैग
(d) एनरिको फर्मिक

उत्तर: (c)

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