रैपिड फायर
MQ-9B ड्रोन डील
- 18 Oct 2024
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स्रोत: हिंदुस्तान टाइम्स
हाल ही में भारत ने अपने सशस्त्र बलों के लिये 31 MQ-9B प्रीडेटर सशस्त्र ड्रोन खरीदने के क्रम में अमेरिका के साथ 3.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर के रक्षा सौदे पर हस्ताक्षर किये हैं। ड्रोन के निर्माता (जनरल एटॉमिक्स) द्वारा भारत में मेंटेनेंस, रिपेयर और ओवरहाॅल (MRO) सुविधा को स्थापित किया जाएगा।
- यह सौदा विदेशी सैन्य बिक्री (FMS) प्रणाली के तहत किया गया है।
- FMS अमेरिकी सरकार का अपने अंतर्राष्ट्रीय साझेदारों एवं अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को रक्षा सामग्री, सेवाएँ और प्रशिक्षण प्रदान करने का कार्यक्रम है।
- इससे सबसे पहले भारत को "डेटरेंस बाय डिटेक्शन" को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी, जिससे भारत को भूमि एवं समुद्र के संदर्भ में (विशेष रूप से चीन की) प्रतिकूल प्रगति का शीघ्र पता लगाने में मदद मिलने से संघर्ष को रोकने में मदद मिलेगी।
- ये उच्च ऊँचाई वाले दीर्घकालिक (HALE) ड्रोन 35 घंटे से अधिक समय तक वायु में रहने में सक्षम हैं तथा यह चार हेलफायर मिसाइल (कम दूरी की सामरिक मिसाइल) के साथ लगभग 450 किलोग्राम तक बम ले जा सकते हैं।
- भारत-अमेरिका रक्षा साझेदारी:
- वर्ष 2018-22 के दौरान रूस और फ्राँस के बाद अमेरिका, भारत को हथियारों की आपूर्ति करने वाला तीसरा सबसे बड़ा देश था। वर्ष 2023 में अमेरिका से रक्षा खरीद लगभग 20 बिलियन अमेरिकी डॉलर रही।
- इनके बीच प्रमुख रक्षा समझौतों में लॉजिस्टिक्स एक्सचेंज मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट (2016), कम्युनिकेशन कम्पेटिबिलिटी एंड सिक्योरिटी एग्रीमेंट (2018), इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी एग्रीमेंट (2019) और बेसिक एक्सचेंज एंड कोऑपरेशन एग्रीमेंट (2020) शामिल हैं।
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