मांसाहारी गिलहरियाँ | 24 Dec 2024
स्रोत: डाउन टू अर्थ
विस्कॉन्सिन-ओ क्लेयर विश्वविद्यालय (अमेरिका) द्वारा किये गए एक अध्ययन में पता चला है कि कैलिफोर्निया ग्राउंड गिलहरी (Otospermophilus beecheyi), जिन्हें पहले शाकाहारी माना जाता था, अवसरवादी सर्वाहारी व्यवहार प्रदर्शित करती हैं।
- शोधकर्त्ताओं ने देखा कि गिलहरियाँ वोल्स (कृंतकों) का शिकार करती हैं, उन्हें मारकर भक्षण करती हैं, तथा 74 में से 42% क्रियाएँ सक्रिय शिकार से संबंधित थीं।
- जुलाई के प्रारंभ में वोल्स (कृंतकों) की संख्या में वृद्धि के साथ गिलहरियों की मांसाहारी गतिविधियाँ में वृद्धि हुई, जिससे पता चलता है कि भोजन की आपूर्ति ने उन्हें शिकार के लिये प्रेरित किया।
- इसमें पता चला कि गिलहरियों का आहार पहले की अपेक्षा अधिक लचीला है, जिससे उन्हें भोजन की उपलब्धता में परिवर्तन के अनुकूल होने तथा तेज़ी से बदलते वातावरण में जीवित रहने में मदद मिलती है।
- कैलिफोर्निया ग्राउंड गिलहरी:
- इसे बीचेई ग्राउंड गिलहरी के नाम से भी जाना जाता है और यह आमतौर पर पश्चिमी अमेरिका में पाई जाती है।
- इनका फर धब्बेदार होता है, तथा इनका रंग ग्रे, हल्का और गहरा भूरा होता है, तथा इनकी त्वचा पर सफेद रंग होता है।
- वे आम तौर पर रैटलस्नेक, ईगल, रैकून, लोमड़ी, बेजर और वीज़ल्स का शिकार होते हैं और वनों में 6 वर्ष तक जीवित रह सकते हैं।
- IUCN रेड लिस्ट: कम चिंताजनक
- CITES: कोई विशेष दर्जा नहीं
- भारतीय पाम गिलहरी (फनाम्बुलस पल्मारम) आमतौर पर भारत और श्रीलंका में पाई जाती है।
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