मालिबू वनाग्नि | 17 Dec 2024
स्रोत: टाइम्स ऑफ इंडिया
हाल ही में, कैलिफोर्निया के मालिबू में फ्रैंकलिन फायर नामक विनाशकारी वनाग्नि के चलते निवासियों को तुरंत क्षेत्र खाली करना पड़ा और सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ी।
- विशेषज्ञों का मानना है कि फ्रैंकलिन फायर की विनाशकारिता के पीछे "सांता एना" पवनों और जलवायु परिवर्तन की महत्त्वपूर्ण भूमिका है।
- सांता एना पवनें तब उत्पन्न होती हैं जब ग्रेट बेसिन (रॉकी पर्वत और सिएरा नेवादा के बीच का क्षेत्र) पर उच्च दाब तथा कैलिफोर्निया के तट पर निम्न दाब के कारण अंतर्देशीय मरुस्थलों से पर्वतों के ऊपर प्रशांत महासागर तक तीव्र पवनें चलती हैं।
- ये पवनें आमतौर पर अक्तूबर से जनवरी तक चलती हैं।
- वनाग्नि: वनाग्नि प्राकृतिक क्षेत्रों जैसे कि वनों या घास के मैदानों में लगी अनियंत्रित, अनियोजित आग है, जो वायु और स्थलाकृति जैसे पर्यावरणीय कारकों के कारण तेज़ी से फैलती है।
- वनाग्नि के प्रकार:
- भारतीय परिदृश्य:
- भारतीय वन सर्वेक्षण (FSI) द्वारा जारी ISFR 2021 के अनुसार, 35.47% वन क्षेत्र को आग प्रवण के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
- वनाग्नि की सबसे अधिक घटनाएँ मिज़ोरम (3,738), मणिपुर (1,702), असम (1,652), मेघालय (1,252) और महाराष्ट्र (1,215) में दर्ज की गई हैं।
- सरकारी पहल:
- भारतीय वन सर्वेक्षण (FSI) द्वारा जारी ISFR 2021 के अनुसार, 35.47% वन क्षेत्र को आग प्रवण के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
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