रैपिड फायर
लिग्नोसैट
- 12 Nov 2024
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स्रोत: इडियन एक्सप्रेस
भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों के लिये सतत् निर्माण सामग्री के रूप में लकड़ी की व्यवहार्यता का परीक्षण करने हेतु दुनिया का पहला लकड़ी के पैनल वाला उपग्रह, लिग्नोसैट, प्रक्षेपित किया गया।
- लिग्नोसैट का निर्माण पारंपरिक जापानी तरीकों का उपयोग करते हुए, क्योटो विश्वविद्यालय और जापान के सुमितोमो फॉरेस्ट्री के द्वारा किया गया है, यह गोंद या स्क्रू के उपयोग के बिना मैगनोलिया वृक्षों से निर्मित दृढ़ लकड़ी के पैनलों से बना हुआ है।
- इसमें पारंपरिक एल्युमीनियम संरचनाएँ और इलेक्ट्रॉनिक्स शामिल हैं तथा आवरण सामग्री के रूप में लकड़ी का उपयोग किया गया है।
- उपग्रह का उद्देश्य चरम अंतरिक्ष स्थितियों (-100°C से 100°C तक का तापमान) में लकड़ी के स्थायित्व तथा अंतरिक्ष विकिरण से अर्द्धचालकों की रक्षा करने की इसकी क्षमता का परीक्षण करना है।
- शोधकर्त्ताओं का मानना है कि लकड़ी अंतरिक्ष में धातु के कुछ हिस्सों का सतत् विकल्प बन सकती है, ठीक वैसे ही जैसे 1900 के दशक की शुरुआत में लकड़ी का उपयोग हवाई जहाज़ के निर्माण में किया जाता था।
- एल्युमिनियम से बने पारंपरिक उपग्रह अपने जीवन के अंत में पृथ्वी के वायुमंडल में ही नष्ट होते हैं जो एल्युमीनियम ऑक्साइड उत्पन्न करते हैं, ये गैसें पृथ्वी की सुरक्षात्मक ओज़ोन परत को नुकसान पहुँचा सकती हैं। मेगा-तारामंडल सहित उपग्रहों की बढ़ती संख्या अंतरिक्ष प्रदूषण के बारे में चिंताएँ उत्पन्न करती है।
- एल्युमीनियम के बजाय मैगनोलिया से बने लिग्नोसैट वायुमंडल में प्रवेश करने पर जलकर नष्ट हो जाएगा, जिससे वायुमंडल में कोई अवशेष नहीं बचेगा।
- एल्युमिनियम से बने पारंपरिक उपग्रह अपने जीवन के अंत में पृथ्वी के वायुमंडल में ही नष्ट होते हैं जो एल्युमीनियम ऑक्साइड उत्पन्न करते हैं, ये गैसें पृथ्वी की सुरक्षात्मक ओज़ोन परत को नुकसान पहुँचा सकती हैं। मेगा-तारामंडल सहित उपग्रहों की बढ़ती संख्या अंतरिक्ष प्रदूषण के बारे में चिंताएँ उत्पन्न करती है।