नोएडा शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 9 दिसंबर से शुरू:   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

डेली अपडेट्स


प्रारंभिक परीक्षा

लद्दाख सी बकथॉर्न और केरल ओनाटुकारा तिल

  • 21 Nov 2023
  • 5 min read

स्रोत: द हिंदू

हाल ही में भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत संचालित भौगोलिक संकेतक (GI) रजिस्ट्री ने उद्योग और वाणिज्य विभाग, लद्दाख को 'लद्दाख सी बकथॉर्न' के लिये GI टैग प्रदान किया है।

  • यह मान्यता लद्दाख खुबानी (रकत्से कारपो), लद्दाख पश्मीना और लद्दाखी लकड़ी की नक्काशी के लिये पहले दिये गए GI टैग का अनुसरण करती है।
  • एक अन्य क्षेत्र में केरल में GI-टैग ओनाटुकारा तिल के पंजीकृत मालिक ओनाटुकारा विकास एजेंसी (OVA) इस अद्वितीय तिल किस्म की कृषि का विस्तार करने हेतु सक्रिय रूप से कार्य कर रही है।

सी बकथॉर्न के बारे में मुख्य तथ्य क्या हैं?

  • सी बकथॉर्न (हिप्पोफे एल) एक झाड़ी (Shrub) है जो नारंगी-पीले रंग की खाने योग्य बेरी पैदा करती है, यह स्वाद में खट्टी होती है लेकिन इसमें विटामिन, विशेष रूप से विटामिन C भरपूर होता है।
    • लद्दाख सी बकथॉर्न केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख की एक महत्त्वपूर्ण फसल है, जिसका 90% उत्पादन इसी क्षेत्र से होता है।
    • इसे 'वंडर प्लांट', 'लद्दाख गोल्ड', 'गोल्डन बुश' या 'गोल्ड माइन' के नाम से भी जाना जाता है।
  • भारत में यह आमतौर पर हिमालय क्षेत्र में वृक्ष रेखा के ऊपर लद्दाख और स्पीति के ठंडे रेगिस्तान जैसे शुष्क क्षेत्रों में पाया जाता है।
  • यह मृदा को बाँधने वाला पौधा है जो मृदा अपरदन को रोकता है, नदियों में गाद जमा होने से रोकता है और पुष्प जैवविविधता को संरक्षित करने में मदद करता है।

ओनाटुकारा तिल के बारे में मुख्य तथ्य क्या हैं?

  • ओनाटुकारा तिल भारत के केरल में उगाया जाने वाला एक प्रकार का तिल है।
  •  ओनाटुकारा विकास एजेंसी ने तिल की खेती का क्षेत्र 600 हेक्टेयर से बढ़ाकर 2,000 हेक्टेयर करने की योजना बनाई है।
  • ओनाटुकारा तिल तथा इसका तेल अपने अनूठे स्वास्थ्य संबंधी लाभों के लिये प्रसिद्ध हैं।
    • ओनाटुकारा तिल में मौजूद अपेक्षाकृत उच्च एंटीऑक्सीडेंट तत्त्व उन मुक्त कणों से लड़ने में मदद करता है, जो शरीर की कोशिकाओं को नष्ट कर देते हैं।
    • इसके अतिरिक्त असंतृप्त वसा की बहुलता इसे हृदय रोगियों के लिये लाभकारी बनाती है।
  • संबद्ध क्षेत्र के पारंपरिक आयुर्वेदिक चिकित्सक 18वीं शताब्दी से गठिया (रूमेटिज़्म) (व्यापक शब्द जो गठिया तथा कई अन्य स्थितियों को संदर्भित करता है, जोड़ों, टेंडन एवं मांसपेशियों को प्रभावित करता है) तथा त्वचा की सुरक्षा के उपचार हेतु ओनाटुकारा तिल के तेल का उपयोग करते रहे हैं।

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्षों के प्रश्न  

प्रिलिम्स:

प्रश्न. निम्नलिखित में से किसे 'भौगोलिक संकेतक' का दर्जा प्रदान किया गया है? (2015)

  1. बनारस के जरी वस्त्र एवं साड़ी 
  2. राजस्थान के दाल-बाटी-चूरमा 
  3. तिरुपति के लड्डू

नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये:

(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3

उत्तर: (c)


प्रश्न. भारत ने वस्तुओं के भौगोलिक संकेतक (पंजीकरण और संरक्षण) अधिनियम, 1999 को किसके दायित्वों का पालन करने के लिये अधिनियमित किया? (2018)

(a) अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन
(b) अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष
(c) व्यापार एवं विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन
(d) विश्व व्यापार संगठन

उत्तर: (d)

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2
× Snow