KVIC की रिकॉर्ड वृद्धि से ग्रामीण सशक्तीकरण को बढ़ावा | 22 Apr 2025

स्रोत: पी.आई.बी

खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिये 1.7 लाख करोड़ रुपए से अधिक का अभूतपूर्व कारोबार दर्ज किया है।

  • KVIC की उपलब्धियाँ: पिछले 11 वर्षों (2013-2025) में KVIC का उत्पादन 347% और बिक्री में 447% की वृद्धि हुई है। रोज़गार सृजन के क्षेत्र में 49.23% की वृद्धि हुई, जिससे 1.94 करोड़ व्यक्तियों को रोज़गार प्राप्त हुआ। 
  • खादी कपड़ों का उत्पादन 366% बढ़ा और बिक्री में 561% की वृद्धि हुई। खादी कारीगरों की मज़दूरी 11 वर्षों में 275% बढ़ी, जिसमें पिछले 3 वर्षों में 100% की वृद्धि दर्ज की गई है। 
  • KVIC के प्रशिक्षुओं में 57.45% तथा खादी कारीगरों में 80% महिलाएँ हैं।
  • KVIC: यह KVIC अधिनियम, 1956 के तहत स्थापित एक वैधानिक निकाय है, जो सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के अधीन कार्य करता है। 
  • यह ग्रामीण क्षेत्रों में खादी और ग्रामोद्योग की योजना, प्रचार और विकास के लिये ज़िम्मेदार है।
  • KVIC कच्चा माल उपलब्ध और विपणन में सहायता करता है, अनुसंधान एवं नवाचार को बढ़ावा देता है साथ ही उत्पाद की प्रामाणिकता सुनिश्चित करता है, तथा वित्तीय व तकनीकी सहायता प्रदान करता है। राज्य स्तरीय खादी बोर्ड स्थानीय स्तर पर KVIC योजनाओं को लागू करते हैं।
  • KVIC से संबंधित प्रमुख योजनाएँ: प्रधानमंत्री रोज़गार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) के कारण 10 लाख से अधिक नए सूक्ष्म उद्यमों की स्थापना हुई, जिससे 90 लाख व्यक्ति लाभान्वित हुए।
    • ग्रामोद्योग विकास योजना के अंतर्गत ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देने हेतु 2.87 लाख से अधिक मशीनें और टूलकिट वितरित किये गए हैं। 

और पढ़ें: ग्रामोद्योग विकास योजना एवं ग्रामोद्योग