कश्मीर का जादुई कालीन | 23 Apr 2024

स्रोत: द हिंदू

चर्चा में क्यों?

श्रीनगर में प्रसिद्ध हजरतबल दरगाह, कश्मीर में बुने गए अब तक के सबसे बड़े कालीन की धुलाई और कतरन के दुर्लभ दृश्य स्थानीय लोगों को आकर्षित कर रहे हैं।

कश्मीर का जादुई कालीन क्या है?

  • परिचय:
    • काशान शैली में बना कश्मीर का जादुई कालीन एक जटिल चमत्कार है, इस कालीन की लंबाई 72 फीट, चौड़ाई 40 फीट है और वजन 1,685 किलोग्राम है तथा इसमें तीन करोड़ से अधिक गाँठें हैं।
    • कारीगरों को अपनी प्राचीन कला की ओर लौटने और वर्ष 2014 में बाढ़, वर्ष 2019 में जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 का निरसन तथा कोविड-19 महामारी जैसी कई बाधाओं के साथ इसे बुनने में आठ वर्ष लग गए।
      • इस विशाल कालीन को खोलने के लिये कम-से-कम 30 लोगों की आवश्यकता होती है।
      • 30-35 पेशेवर वॉशरों की एक समर्पित टीम दैनिक आधार पर इसकी देखभाल करती है।
      • इससे मध्य-पूर्व में एक महल को सुशोभित किये जाने की संभावना है।
    • कश्मीरी कारीगर पहली बार अपने पुराने ईरानी प्रतिद्वंद्वी के विरुद्ध प्रतिस्पर्द्धा कर रहे हैं, जिन्होंने 60,468 वर्ग फुट में एक फुटबॉल मैदान के आकार का कालीन तैयार किया है।
  • काशान शैली: 
    • इस कालीन में काशान शैली का अनुसरण किया गया है, जो ईरानी शहर काशान से लिया गया एक ऐतिहासिक डिज़ाइन है।
    • फारस (आधुनिक ईरान) के ऐतिहासिक शहर काशान की सिरेमिक कला की काशान शैली ने सदियों से कला प्रेमियों को आकर्षित किया है।
    • अपने उत्कृष्ट निष्पादन और जटिल पैटर्न के लिये जाना जाने वाला, काशान वेयर परंपरा, नवीनता और कलात्मक उत्कृष्टता के सामंजस्यपूर्ण मिश्रण का प्रतिनिधित्व करता है।
  • ऐतिहासिक संदर्भ:
    • ज़ैन-उल-आबिदीन की विरासत: कालीन शिल्प की शुरुआत 15वीं शताब्दी में तब हुई, जब बादशाह ज़ैन-उल-आबिदीन ने फारस और मध्य एशिया के कारीगरों को कश्मीर में बसने के लिये आमंत्रित किया था।
    • शॉल से कालीन तक: प्रारंभ में उत्तम पश्मीना शॉल की बुनाई पर अधिक ध्यान दिया गया। हालाँकि यूरोप में जेकक्वार्ड करघे (Jacquard Looms) के कारण मांग में गिरावट होने लगी, जिसके परिणामस्वरूप कारीगरों ने अपने कौशल को कालीन बुनाई में हस्तांतरित कर दिया।
    • ब्रिटिश मान्यता: वर्ष 1851 की ग्रेट लंदन प्रदर्शनी में प्रदर्शित होने के बाद कश्मीरी कालीनों को वैश्विक प्रशंसा मिली।
    • पुरस्कार और विशिष्टता: ये कालीन 19वीं सदी के अंत और 20वीं सदी की शुरुआत में शिकागो, पेरिस और लंदन में आयोजित प्रदर्शनियों में अपनी चमक बिखेरते रहे।
    • बुनाई के रहस्य: सीक्रेट ब्लूप्रिंट, जिसे तालीम (Talim) के नाम से जाना जाता है, प्राचीन तकनीकों को संरक्षित करते हुए पीढ़ी-दर-पीढ़ी कारीगरों का मार्गदर्शन करता है।

Kashmir's_Longest_Carpet

 कश्मीर के कालीन बुनकरों को सशक्त बनाने हेतु सरकारी पहलें:

  • PMKVY 3.0 के तहत नमदा शिल्प का पुनरुद्धार:
  • कारीगरों और बुनकरों के लिये पूर्व शिक्षा की मान्यता (RPL):
    • PMKVY का RPL घटक कारीगरों और बुनकरों के कौशल को संवर्द्धित करने पर केंद्रित है।
    • इस पहल का लक्ष्य जम्मू-कश्मीर में 10,900 कारीगरों और बुनकरों को कुशल बनाना है।
    • RPL मूल्यांकन और प्रमाणन के माध्यम से उत्पादकता में वृद्धि करते हुए यह परियोजना कश्मीर में वर्षों से चली आ रही बुनाई की परंपरा की निरंतरता सुनिश्चित करती है।
  • कश्मीरी कालीनों के लिये भौगोलिक संकेतक (GI) टैग:
    • भौगोलिक संकेतक रजिस्ट्री: जम्मू-कश्मीर सरकार ने प्रसिद्ध कश्मीरी कालीन के लिये एक भौगोलिक संकेत (GI) रजिस्ट्री की शुरू की है।
    • क्यूआर कोड: प्रत्येक GI-टैग वाले कालीन अब एक क्यूआर(QR) कोड के साथ आता है, जो कारीगरों और प्रयोग की गई सामग्रियों का विवरण प्रदान करता है।
    • निर्यात: GI-टैग वाले कालीन की पहली खेप का निर्यात जर्मनी को किया गया, जो इस शिल्प को जीवित रखने और इसका प्रचार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न  

प्रिलिम्स:

प्रश्न. निम्नलिखित में से किसको/किनको 'भौगोलिक सूचना (जिओग्राफिकल इंडिकेशन)' की स्थिति प्रदान की गई है? (2015)

  1. बनारसी जरी और साड़ियाँ
  2. राजस्थानी दाल-बाटी-चूरमा
  3. तिरुपति लड़ू

नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये:

(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3

उत्तर: (c)


प्रश्न. निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिये: (2009)

 परंपरा                                    राज्य

  1. गटका, एक पारंपरिक मार्शल आर्ट  -  केरल
  2. मधुबनी, एक पारंपरिक चित्रकला    -  बिहार
  3. सिंघे खाबाब्स: सिंधुदर्शन महोत्सव   -  जम्मू-कश्मीर

उपर्युक्त युग्मों में से कौन-सा/से सही सुमेलित है/हैं?

(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 3
(c) केवल 2 और 3
(d) 1, 2 और 3

उत्तर: (c)