चिकनगुनिया के लिये Ixchiq वैक्सीन | 20 Nov 2023
स्रोत: द हिंदू
हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका में खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने चिकनगुनिया के लिये विश्व के पहले टीके को मंज़ूरी दी।
- यूरोपीय वैक्सीन निर्माता वलनेवा ने Ixchiq नामक एक सफल वैक्सीन बनाई है जो चिकनगुनिया वायरस (CHIKV) से बचाव में एक बड़ी प्रगति का प्रतिनिधित्व करती है।
Ixchiq वैक्सीन की मुख्य विशेषताएँ क्या हैं?
- इसे मांसपेशियों में इंजेक्शन के माध्यम से एकल खुराक के रूप में दिया जाता है। इसमें चिकनगुनिया वायरस का एक जीवित, कमज़ोर संस्करण होता है, जो संभावित रूप से टीका प्राप्तकर्त्ताओं में बीमारी के समान लक्षण उत्पन्न करता है।
- जिन व्यक्तियों को वायरस से संक्रमित होने का अधिक खतरा है और जिनकी उम्र 18 वर्ष या उससे अधिक है, वे टीका प्राप्त कर सकते हैं।
चिकनगुनिया क्या है?
- परिचय: चिकनगुनिया एक मच्छर जनित वायरल बीमारी है जिसकी पहचान पहली बार वर्ष 1952 में दक्षिणी तंज़ानिया में इसके संक्रमण के दौरान की गई थी।
- यह एक राइबोन्यूक्लिक एसिड (RNA) वायरस है जो टोगाविरिडे परिवार के अल्फावायरस जीनस से संबंधित है।
- लक्षण: चिकनगुनिया में बुखार और गंभीर जोड़ों का दर्द होता है, जो अक्सर दुर्बल करने वाला तथा भिन्न अवधि का होता है।
- डेंगू और जीका के लक्षण चिकनगुनिया के समान होते हैं, जिससे चिकनगुनिया का गलत निदान हो सकता है।
नोट: शब्द "चिकनगुनिया" की उत्पत्ति किमाकोंडे भाषा (तंज़ानिया और मोज़ाम्बिक के एक जातीय समूह माकोंडे लोगों द्वारा बोली जाने वाली) से हुई है, जिसका अनुवाद "विकृत हो जाना" है, जो गंभीर जोड़ों के दर्द का अनुभव करने वाले व्यक्तियों की झुकी हुई मुद्रा को दर्शाता है।
- संचरण: चिकनगुनिया संक्रमित मादा मच्छरों के काटने से मनुष्यों में फैलता है।
- आमतौर पर इसमें एडीज़ एजिप्टी और एडीज़ एल्बोपिक्टस मच्छर शामिल हैं।
- ये दोनों प्रजातियाँ डेंगू सहित अन्य मच्छर जनित वायरस भी प्रसारित कर सकती हैं।
- वे दिन के उजाले में काटते हैं, हालाँकि सुबह और दोपहर में इस गतिविधि की चरम सीमा हो सकती है।
- व्यापकता: WHO के अनुसार, यह अफ्रीका, एशिया और अमेरिका में प्रचलित है; लेकिन अन्य क्षेत्रों में इसके छिटपुट प्रकोप की सूचना मिली है।
- उपचार विकल्प: वर्तमान में चिकनगुनिया का कोई इलाज नहीं है, रोगसूचक राहत ही प्राथमिक उपाय है। उपचार में दर्दनाशक दवाओं, ज्वरनाशक दवाओं, आराम और पर्याप्त तरल पदार्थ का सेवन शामिल है।
- रोकथाम रणनीतियाँ: रोकथाम रणनीतियाँ मुख्य रूप से मच्छर नियंत्रण गतिविधियों के इर्द-गिर्द घूमती हैं, जिसमें सार्वजनिक स्वास्थ्य आउटरीच, नागरिक रखरखाव, औषधीय मच्छरदानी का उपयोग एवं मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिये जल जमाव को समाप्त करना शामिल है।
- भारत सरकार की संबंधित पहल:
- राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम (NVBDCP) वेक्टर जनित रोगों (VBD) जैसे- मलेरिया, लिम्फैटिक फाइलेरियासिस, कालाज़ार, डेंगू, चिकनगुनिया तथा जापानी इंसेफेलाइटिस (JE) की रोकथाम और नियंत्रण के लिये एक व्यापक कार्यक्रम है।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रिलिम्स:प्रश्न. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2017) 1. उष्णकटिबंधीय प्रदेशों में ज़ीका वायरस रोग उसी मच्छर द्वारा संचरित होता है जिससे डेंगू संचरित होता है। 2. ज़ीका वायरस रोग का लैंगिक संचरण संभव है। उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (a) केवल 1 उत्तर: (c) प्रश्न. ‘वोलबैचिया पद्धति’ का कभी-कभी निम्नलिखित में से किस एक के संदर्भ में उल्लेख होता है? (2023) (a) मच्छरों से होने वाले विषाणु रोगों के प्रसार को नियंत्रित करना। उत्तर: (a) |