इंटरपोल का नोटिस | 22 Mar 2023
वैश्विक पुलिस निकाय इंटरपोल ने मेहुल चोकसी के खिलाफ जारी रेड नोटिस को रद्द कर दिया है, वह 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर के पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी मामले में वांछित भारतीय भगोड़ा है।
- हालाँकि इंटरपोल द्वारा रेड नोटिस को रद्द किये जाने से भारत की जाँच या प्रत्यर्पण अनुरोध प्रभावित नहीं होगा
इंटरपोल:
- इसे वर्ष 1923 में सुरक्षित सूचना-साझाकरण मंच के रूप में स्थापित किया गया था, जो विभिन्न पुलिस बलों से प्राप्त सूचनाओं के संग्रहण और प्रसार के माध्यम से विश्व भर में पुलिस बलों की आपराधिक जाँच की सुविधा प्रदान करता है।
- इसका मुख्यालय फ्राँस के लियॉन में है।
- इंटरपोल के सदस्य देशों की संख्या 195 है।
- भारत 15 अक्तूबर, 1949 को इसका सदस्य बना।
- यह विभिन्न क्षेत्रों में अपराधियों और पुलिस के रडार के तहत आने वाले लोगों की गतिविधियों पर नज़र रखता है और उन पुलिस बलों को सुझाव देता है जिन्होंने या तो इंटरपोल की सहायता मांगी है या जो उसके पास उपलब्ध विवरणों से लाभान्वित हो सकते हैं।
- इसका उद्देश्य आपराधिक पुलिस बलों के बीच व्यापक संभव पारस्परिक सहायता को बढ़ावा देना है।
- इंटरपोल के साथ किसी देश की कानून प्रवर्तन एजेंसी के सभी संपर्क देश के सर्वोच्च जाँच निकाय के माध्यम से होते हैं।
- भारत में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) वरिष्ठ अधिकारियों में से एक के साथ अपने विशेष इंटरविंग (राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो) के नेतृत्त्व में वैश्विक निकाय के साथ सूचना और संपर्क के लिये इस भूमिका को ग्रहण करता है।
इंटरपोल का नोटिस:
- परिचय:
- ये नोटिस सहयोग या अलर्ट के लिये अंतर्राष्ट्रीय अनुरोध हैं जो सदस्य देशों में पुलिस को अपराध-संबंधी महत्त्वपूर्ण जानकारी साझा करने की अनुमति देते हैं।
- किसी सदस्य देश के इंटरपोल राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो के अनुरोध पर सामान्य सचिवालय द्वारा नोटिस जारी किये जाते हैं और सभी सदस्य देशों के लिये नोटिस डेटाबेस में परामर्श के लिये उपलब्ध कराए जाते हैं।
- ये नोटिस सहयोग या अलर्ट के लिये अंतर्राष्ट्रीय अनुरोध हैं जो सदस्य देशों में पुलिस को अपराध-संबंधी महत्त्वपूर्ण जानकारी साझा करने की अनुमति देते हैं।