अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस | 24 Sep 2024
स्रोत: द हिंदू
संयुक्त राष्ट्र के वर्ष 2017 के प्रस्ताव के अनुसरण में 23 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस (IDSL) मनाया जाता है जिसके तहत बधिर व्यक्तियों के लिये सांकेतिक भाषा एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुँच के महत्त्व पर प्रकाश डाला जाता है।
- वर्ष 2024 का थीम: "साइन अप फॉर साइन लैंग्वेज राइट्स", जो सांकेतिक भाषा अधिकारों के लिये सामूहिक प्रयासों को प्रोत्साहित करने पर केंद्रित है।
- यह तिथि वर्ष 1951 में विश्व बधिर संघ (WFD) की स्थापना का प्रतीक है, जो विश्व स्तर पर बधिर व्यक्तियों के अधिकारों और मान्यता की वकालत करता है।
- संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2006 में दिव्यांगजनों के अधिकारों पर अभिसमय को अपनाया गया था, जिसके तहत सांकेतिक भाषाओं को अन्य बोली जाने वाली भाषाओं के बराबर माना जाता है तथा राज्यों को बधिर समुदाय की भाषाई पहचान को बढ़ावा देने के लिये बाध्य किया जाता है।
- भारत वर्ष 2007 में इस अभिसमय का अनुसमर्थन करने वाले शुरुआत के देशों में से एक था।
- भारत में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त निकाय, भारतीय सांकेतिक भाषा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र (ISLRTC) द्वारा IDSL मनाया जाता है।
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