प्रारंभिक परीक्षा
भारतीय विदेश सेवा (IFS)
- 12 Oct 2022
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प्रत्येक वर्ष 9 अक्तूबर को भारतीय विदेश सेवा (IFS) दिवस मनाया जाता है।
भारतीय विदेश सेवा (IFS):
- परिचय:
- भारतीय विदेश सेवा दिवस उस दिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है जिस दिन भारतीय मंत्रिमंडल ने विदेश सेवा की स्थापना की थी।
- स्थापना:
- भारत सरकार ने 9 अक्तूबर, 1946 को विदेशों में भारत के राजनयिक, वाणिज्यि दूत संबधी और वाणिज्यिक प्रतिनिधित्व के लिये भारतीय विदेश सेवा की स्थापना की।
- स्वतंत्रता प्राप्ति के साथ विदेश और राजनीतिक विभाग का लगभग पूर्ण रूप से संक्रमण हो गया, फलस्वरूप विदेश मंत्रालय के रूप में एक नया मंत्रालय बनाया गया।
- भारतीय विदेश सेवा की स्थापना ब्रिटिश शासन के समय हुई, जब विदेश विभाग "विदेशी यूरोपीय शक्तियों" के साथ व्यापार करने के लिये बनाया गया था।
- IFS के तहत कार्यालय:
- राजदूत, उच्चायुक्त, महावाणिज्य दूत, संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि और विदेश सचिव कुछ ऐसे कार्यालय हैं जो भारतीय विदेश सेवा के सदस्यों के पास होते हैं।
विदेश सेवा अधिकारियों का देश सेवा में योगदान:
- एक राजनयिक के रूप में, विदेश सेवा अधिकारी को विभिन्न प्रकार के मुद्दों पर देश और विदेश दोनों में भारत के हितों को रेखांकित करने की आवश्यकता होती है।
- इनमें द्विपक्षीय राजनीतिक और आर्थिक सहयोग, व्यापार एवं निवेश को बढ़ावा, सांस्कृतिक वार्त्ता, प्रेस तथा मीडिया संपर्क के साथ-साथ बहुपक्षीय मुद्दे शामिल हैं।
- रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान ऑपरेशन गंगा के तहत अधिकारियों ने सराहनीय कार्य किया।
- यूक्रेन पर वर्ष 2022 के रूसी आक्रमण के दौरान भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिये ऑपरेशन गंगा भारत द्वारा चलाया गया एक अभियान था।
- भारत मिशन के तहत सीमा पार से भारतीयों को हवाई, समुद्र और ज़मीन के रास्ते वापस लाया गया।
- IFS ने पिछले कुछ वर्षों में लोकसभा अध्यक्ष, भारत के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति, मंत्रियों, सांसदों, प्रसिद्ध लेखकों, विद्वानों एवं इतिहासकारों के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय लोक सेवकों का निर्माण किया है।