भारत-मलेशिया कृषि संबंध | 20 Jul 2024
स्रोत: पी.आई.बी.
हाल ही में भारत और मलेशिया ने कृषि में अपने द्विपक्षीय सहयोग को मज़बूत करने का निर्णय लिया है, जिसमें पाम ऑयल की खेती तथा डिजिटल प्रौद्योगिकी के एकीकरण पर विशेष ज़ोर दिया जाएगा।
- सहयोग के क्षेत्र: खाद्य तेल पर राष्ट्रीय मिशन- ऑयल पाम (NMEO-OP) को आगे बढ़ाने के लिये सहयोग पर चर्चा की गई। कृषि और संबद्ध उत्पादों के लिये बाज़ार पहुँच के मुद्दों पर चर्चा की गई।
- खाद्य तेल पर राष्ट्रीय मिशन- ऑयल पाम (NMEO-OP), वित्तीय वर्ष 2025-26 तक ऑयल पाम की खेती और कच्चे पाम तेल के उत्पादन को 11.20 लाख टन तक बढ़ाने के लिये वर्ष 2021 में लॉन्च किया गया। यह 15 राज्यों में संचालित है, जिसका लक्ष्य 21.75 लाख हेक्टेयर क्षेत्र है।
- ऑयल पाम मिशन का उद्देश्य किसानों को रोपण सामग्री, बायबैक आश्वासन और व्यवहार्यता अंतर भुगतान के माध्यम से वैश्विक मूल्य अस्थिरता से सुरक्षा प्रदान करके नए क्षेत्रों में ऑयल पाम को बढ़ावा देना है।
- भारत अपने खाद्य तेल का 57% आयात करता है, जिससे विदेशी मुद्रा भंडार पर 20.56 बिलियन अमेरिकी डॉलर का प्रभाव पड़ता है। भारत प्रत्येक वर्ष पाम तेल का आयात करता है, जो कुल खाद्य तेल आयात का लगभग 56% है।
- वर्तमान में लगभग 28 लाख हेक्टेयर के कुल संभावित क्षेत्र के मुकाबले, केवल 3.70 लाख हेक्टेयर में पाम तेल की खेती की जाती है।
- आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और केरल प्रमुख तेल पाम उत्पादक राज्य हैं एवं कुल उत्पादन का 98% भाग उत्पादित करते हैं।