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रूस के लिये क्रीमिया का महत्त्व

  • 29 Apr 2025
  • 3 min read

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

रूस-यूक्रेन संघर्ष के बीच, क्रीमिया पुनः चर्चा का विषय बन गया है, विशेष रूप से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की इस टिप्पणी के बाद कि अमेरिका क्रीमिया को रूस के भाग के रूप में मान्यता देगा।

  • क्रीमिया: यह एक स्वायत्त क्षेत्र है जो वर्ष 2014 से पहले यूक्रेन का भाग था, यह काला सागर और आज़ोव सागर के बीच अवस्थित है।
    • क्रीमिया संकीर्ण पेरेकोप इस्तमुस के माध्यम से मुख्य भूभाग से जुड़ा हुआ है तथा अरबात बालू गर्त का टोंका इसे आज़ोव सागर से अलग करता है।
    • यह केर्च जलडमरूमध्य और क्रीमियन ब्रिज के माध्यम से रूस से जुड़ा हुआ है।
  • रूस का ऐतिहासिक दावा: क्रीमिया वर्ष 1954 में सोवियत नेता निकिता ख्रुश्चेव द्वारा यूक्रेन को सौंपने  से पूर्व सदियों तक रूस के साम्राज्य का भाग था। रूस इस निर्णय को पूर्व में हुआ अन्याय मानते हुए इसका विरोध करता है।
  • रूस के लिये क्रीमिया का महत्त्व: रूस की तटरेखा 37,000 किमी से अधिक क्षेत्रफल में विस्तृत है, लेकिन इसका अधिकांश भाग उत्तरध्रुवीय वृत्त (Arctic Circle) के उत्तर में स्थित है, जहाँ समुद्री हिम के कारण शीत ऋतु में अनेक बंदरगाह अनुपयोगी हो जाते हैं। 
    • रूस की सीमा से लगा सर्वाधिक तप्त समुद्री क्षेत्र काला सागर, भूमध्य सागर तक पहुँच प्राप्त करने की दृष्टि से अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। 
    • क्रीमिया का भूगोल, विशेष रूप से सेवस्तोपोल बंदरगाह, कोष्णजल वाले बंदरगाहों तक रूस की पहुँच के लिये आवश्यक है तथा काला सागर और भूमध्य सागर में शक्ति प्रक्षेपण की दृष्टि से इसका महत्त्वपूर्ण सामरिक सैन्य महत्त्व है।
    • क्रीमिया की सुरक्षा सुनिश्चित करती है कि रूस काला सागर में आर्थिक गलियारों को नियंत्रित कर सकेगा, जो दक्षिणी यूरोप और पश्चिम एशिया के लिये व्यापार और ऊर्जा मार्गों के लिये महत्त्वपूर्ण हैं।

Crimea

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