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समुद्र में असाधारण बहादुरी के लिये IMO सम्मान

  • 15 Jul 2024
  • 3 min read

स्रोत: बिज़नेस स्टैंडर्ड

तेल टैंकर के कैप्टन अवहिलाश रावत और उनके चालक दल को समुद्र में असाधारण बहादुरी के लिये वर्ष 2024 का अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन (International Maritime Organisation-IMO) पुरस्कार मिला है।

  • उन्हें लाल सागर में एक बचाव अभियान के दौरान उनके "दृढ़ संकल्प और धीरज" के लिये सम्मानित किया गया, जहाँ उन्हें उस समय गंभीर आग का सामना करना पड़ा था, जब उनके जहाज़ पर एक जहाज़-रोधी मिसाइल से हमला किया गया था, जिसके बारे में माना जाता है कि यह ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों द्वारा दागी गई थी।
  • IMO समुद्र में असाधारण बहादुरी के लिये नाविकों को सम्मानित करने हेतु सदस्य देशों से प्रतिवर्ष नामांकन आमंत्रित करता है, जिनकी समीक्षा विशेषज्ञों के एक मूल्यांकन पैनल द्वारा की जाती है।
    • इसके बाद पैनल की सिफारिशों की समीक्षा IMO परिषद के अध्यक्ष की अध्यक्षता वाले न्यायाधीशों के पैनल द्वारा की गई।
    • अंतिम सिफारिश के परिणामस्वरूप भारतीय नाविकों को प्रतिष्ठित मान्यता प्रदान की गई।
  • वार्षिक पुरस्कार समारोह 2 दिसंबर, 2024 को समुद्री सुरक्षा समिति के 109वें सत्र के दौरान लंदन में IMO मुख्यालय में आयोजित किया जाएगा।
  • IMO, संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष एजेंसी है, जो शिपिंग को नियंत्रित करती है और जहाज़ों से समुद्री प्रदूषण को रोकती है। इसकी स्थापना वर्ष 1948 में जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन के बाद हुई थी और आधिकारिक तौर पर वर्ष 1958 में अस्तित्व में आई। इसके 175 सदस्य देश हैं, तीन सहयोगी सदस्य हैं, भारत वर्ष 1959 में इसका सदस्य बना।
    • IMO की मुख्य भूमिका शिपिंग उद्योग के लिये एक निष्पक्ष और प्रभावी विनियामक ढाँचा तैयार करना है जिसे सार्वभौमिक रूप से अपनाया तथा लागू किया जा सके। इसके अतिरिक्त, IMO शिपिंग एवं समुद्री गतिविधियों के महत्त्व पर ज़ोर देने हेतु सितंबर के हर आखिरी गुरुवार को विश्व समुद्री दिवस मनाता है।

और पढ़ें: लाल सागर में बढ़ता संकट, भारत अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन परिषद के लिये फिर से निर्वाचित

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