अंटार्कटिका प्रायद्वीप में ‘हरित क्षेत्र’ | 08 Oct 2024
स्रोत: डाउन टू अर्थ
अंटार्कटिक प्रायद्वीप में वर्ष वर्ष 1986 से वर्ष 2021 के बीच वनस्पतिकीय क्षेत्र में 10 गुना वृद्धि हुई है। यह 1 वर्ग किलोमीटर से बढ़कर लगभग 12 वर्ग किलोमीटर हो गया है।
- वर्ष 2016-2021 में वनस्पतिकीय आवरण में वार्षिक 0.424 वर्ग किमी की दर से परिवर्तन हुआ, जबकि 35 वर्ष की अध्ययन अवधि में यह दर 0.317 वर्ग किमी वार्षिक थी।
- मॉस पारिस्थितिकी तंत्र के विकास से जैविक मृदा निर्माण और पौधों की अधिक संख्या में उपस्थिति हो सकती है।
- इससे गैर-स्थानिक और आक्रामक प्रजातियों के संभावित प्रवेश के बारे में भी चिंता उत्पन्न होती है।
- काई (मॉसेस) अग्रणी प्रजातियाँ हैं जो पारिस्थितिक अनुक्रम की शुरुआत करती हैं।
- पारिस्थितिक अनुक्रम, बदलते पर्यावरण के संबंध में किसी दिये गए क्षेत्र की प्रजातियों में होने वाला स्थिर और क्रमिक परिवर्तन है।
- यह हरियाली संभवतः क्षेत्र में तीव्र तापमान वृद्धि के कारण है, जो वैश्विक औसत से पाँच गुना अधिक तेज़ी से बढ़ रहा है।
- अंटार्कटिक प्रायद्वीप की बर्फ की चादर अपने छोटे आकार और उत्तरी स्थान के कारण जलवायु परिवर्तन के प्रति संवेदनशील है। वर्ष 1950 के बाद से इसके तापमान में लगभग 3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो गई है।
- ग्लेशियरों के पिघलते के साथ पौधों के लिये अधिक भूमि उपलब्ध होती जाती है, जिससे हरियाली की प्रक्रिया में और तेज़ी आती है।
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