गंगासागर मेला | 17 Feb 2025
स्रोत: द हिंदू
समुद्र का बढ़ता जल स्तर पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप पर आयोजित होने वाले गंगासागर मेले के लिये खतरा बन रहा है इससे जलवायु परिवर्तन एवं तीर्थयात्रा के बीच के संबंध पर प्रकाश पड़ता है।
- गंगासागर मेला: यह कुंभ मेले के बाद विश्व का दूसरा सबसे बड़ा मानव समागम है, जो पवित्र गंगा नदी और बंगाल की खाड़ी के संगम पर मकर संक्रांति की पूर्व संध्या पर आयोजित होता है।
- सागर द्वीप: गंगा सागर या सागरद्वीप के नाम से भी जाना जाने वाला सागर द्वीप कोलकाता से लगभग 120 किमी दूर स्थित है और यह सुंदरबन द्वीपसमूह में सबसे बड़ा है, जिसकी जनसंख्या लगभग दो लाख (2011 की जनगणना) है।
- रेत समूह श्रेणी के अंतर्गत वर्गीकृत इस स्थान तक मुरीगंगा नदी को पार करके पहुँचा जा सकता है।
- जलवायु परिवर्तन का प्रभाव: समुद्र का बढ़ता जल स्तर और मृदा का कटाव कपिल मुनि मंदिर (जो कभी मेले का केंद्रीय स्थल था) के लिये खतरा बन रहा है तथा समुद्र का जल भी उसके करीब पहुँच रहा है।
- मेले हेतु विनिर्माण कार्य से मैंग्रोव के विनाश के कारण ज्वारीय खतरा बढ़ने से प्राकृतिक अवरोधों की आवश्यकता पर प्रकाश पड़ता है।