प्रारंभिक परीक्षा
खाद्य सुरक्षा सूचकांक: FSSAI
- 08 Jun 2022
- 4 min read
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने खाद्य सुरक्षा के पाँच मापदंडों पर राज्यों के प्रदर्शन को मापने के लिये भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) का चौथा राज्य खाद्य सुरक्षा सूचकांक (SFSI) जारी किया।
राज्य खाद्य सुरक्षा सूचकांक:
- परिचय:
- राज्य खाद्य सुरक्षा सूचकांक की शुरुआत वर्ष 2018-19 से देश में खाद्य सुरक्षा पारिस्थितिकी तंत्र में प्रतिस्पर्द्धी सकारात्मक बदलाव लाने के उद्देश्य से की गई थी।
- खाद्य सुरक्षा के पाँच महत्त्वपूर्ण मापदंडों पर राज्यों के प्रदर्शन को मापने के लिये FSSAI (भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण) द्वारा यह सूचकांक विकसित किया गया है।
- मापदंडों में मानव संसाधन और संस्थागत डेटा, अनुपालन, खाद्य परीक्षण- बुनियादी ढांँचा और निगरानी, प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण तथा उपभोक्ता अधिकारिता शामिल हैं।
- सूचकांक एक गतिशील मात्रात्मक और गुणात्मक बेंचमार्किंग मॉडल है जो सभी राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में खाद्य सुरक्षा के मूल्यांकन के उद्देश्य हेतु ढांँचा प्रदान करता है।
- वर्ष 2018-19 के लिये पहला राज्य खाद्य सुरक्षा सूचकांक 7 जून, 2019 को पहली बार विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस पर घोषित किया गया था।
- महत्त्व:
- सूचकांक हमारे नागरिकों को सुरक्षित और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने में मदद करेगा।
राज्यों का प्रदर्शन:
- संपूर्ण:
- राज्य खाद्य सुरक्षा सूचकांक में तमिलनाडु शीर्ष पर है, उसके बाद गुजरात और महाराष्ट्र हैं।
- छोटे राज्यों में:
- गोवा पहले स्थान पर रहा उसके बाद मणिपुर और सिक्किम का स्थान रहा।
- केंद्रशासित प्रदेशों के मध्य:
- जम्मू-कश्मीर, दिल्ली और चंडीगढ़ ने क्रमशः पहला, दूसरा और तीसरा स्थान प्राप्त किया।
खाद्य सुरक्षा दिवस:
- परिचय:
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और संयुक्त राष्ट्र का खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) संयुक्त रूप से विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस को सदस्य देशों तथा अन्य प्रासंगिक संगठनों के सहयोग से मनाने की सुविधा प्रदान करते हैं।
- यह पहली बार वर्ष 2019 में अदीस अबाबा सम्मेलन और जिनेवा फोरम द्वारा "खाद्य सुरक्षा के भविष्य" के अंतर्गत खाद्य सुरक्षा को बढ़ाने की प्रतिबद्धता को मज़बूती प्रदान करने के लिये मनाया गया था।
- विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस, 2022 की थीम ‘सुरक्षित भोजन, बेहतर स्वास्थ्य' है।
- इस अवसर पर शुरू की गई अन्य पहलें:
- FSSAI द्वारा शुरू की गई विभिन्न नवीन पहलों में ईट राइट रिसर्च अवार्ड्स और अनुदान - चरण II, ईट राइट क्रिएटिविटी चैलेंज- चरण III, स्कूल स्तर की प्रतियोगिता और आयुर्वेद आहार का लोगो शामिल है।
- इस लोगो में आयुर्वेद आहार और पाँच पत्ते हैं, जो प्रकृति के पाँच तत्त्वों के प्रतीक हैं, यह खाद्य उत्पादों के लिये एक विशिष्ट पहचान तथा उनकी पहचान को आसान बनाने में सहायक होगा।
- खाद्य जनित रोग प्रकोप जाँच और सूक्ष्मजैविक प्रक्रिया नियंत्रण, मत्स्य एवं मत्स्य उत्पादों के नमूने तथा परीक्षण पर एक मार्गदर्शन दस्तावेज़ जारी किया गया है।
- FSSAI द्वारा शुरू की गई विभिन्न नवीन पहलों में ईट राइट रिसर्च अवार्ड्स और अनुदान - चरण II, ईट राइट क्रिएटिविटी चैलेंज- चरण III, स्कूल स्तर की प्रतियोगिता और आयुर्वेद आहार का लोगो शामिल है।