प्युसेटिया छापराजनिर्विन की खोज | 06 May 2024
स्रोत: टाइम्स ऑफ इंडिया
हाल ही में अरेकनोलॉजिस्ट (कीटशास्त्रियों) ने ग्रीन लिंक्स मकड़ी (green lynx spider) की पहचान की है, जो पहले कभी नहीं खोजी गई थी।
- यह नई पहचानी गई मकड़ी की प्रजाति, राजस्थान के ताल छापर वन्यजीव अभयारण्य में पाई गयी है, जिसे प्यूसेटिया छापराजनिर्विन नाम दिया गया है।
- यह रात्रिचर मकड़ी, अपने हरे रंग के कारण बबूल (Vachellia nilotica) के वृक्ष की पत्तियों में छिप कर, छोटे कीटों का शिकार करती है तथा कीटों की आबादी को नियंत्रित रखने और पारिस्थितिकी को संतुलन बनाए रखने में एक महत्त्वपूर्ण शिकारी के रूप में कार्य करती है।
- अभयारण्य की अत्यधिक तापमान वाली जलवायु, इस मकड़ी की अनुकूलनशीलता को रेखांकित करती हैं।
- ग्रीन लिंक्स मकड़ियाँ सक्रिय शिकारी मकड़ियों (Oxyopide) के समूह का एक भाग हैं, जो सामान्यतः जाला नहीं बनाती हैं।
- ये मकड़ियाँ, जो अक्सर वनस्पतियों में पाई जाती हैं, अपनी तीव्र दृष्टि के लिये जानी जाती हैं तथा शिकार को पकड़ने के लिये घात लगाने या पीछा करने की रणनीति का उपयोग करती हैं, तथा अक्सर फूलों पर कीड़ों के निकट आने की प्रतीक्षा करती हैं।
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