डेटा एंबेसी | 16 Jan 2025
स्रोत: लाइव मिंट
भारत में संयुक्त अरब अमीरात के पहले डेटा एंबेसी (Data Embassies) की स्थापना पर भारत द्वारा अग्रिम रूप से चर्चा की जा रही है, तथा अनुमान है कि भारत में पहला संभावित डेटा एंबेसी आंध्र प्रदेश में स्थापित किया जाएगा।
- इससे राष्ट्रों को अपने संप्रभु डेटा की एक प्रति संग्रहीत करने तथा उस पर नियंत्रण बनाए रखने में सहायता मिलेगी।
- यह प्राकृतिक आपदाओं या भू-राजनीतिक अशांति के मामलों में डेटा निरंतरता सुनिश्चित करेगा।
- भारत डेटा केंद्रों के लिये विशेष रणनीतिक क्षेत्र स्थापित करने की योजना बना रहा है, जहाँ कई देशों के लिये संप्रभु डेटा भंडारण की व्यवस्था होगी।
- वे वाणिज्य दूतावास प्रभागों की तरह ही कार्य करेंगे, जिसमें भारत बुनियादी ढाँचे का निर्माण करेगा तथा दूतावास डेटा प्रबंधन, पहुँच और गोपनीयता को नियंत्रित करेगा।
- वर्ष 2007 में साइबर हमले के बाद एस्टोनिया लक्ज़मबर्ग में अपने नागरिकों के डेटा की डिजिटल प्रति संग्रहीत करने वाला पहला देश था।
- देश विदेशी डेटा विनियमों का पालन किये बिना डेटा को स्थानीयकृत करने के लिये इन दूतावासों का उपयोग कर सकते हैं।
- डेटा एंबेसी की स्थापना से वैश्विक अस्थिरता के बीच डेटा भंडारण हेतु एक स्थिर क्षेत्र के रूप में भारत की भू-राजनीतिक विश्वसनीयता बढ़ेगी।