चीन का चांग'ई-6 | 04 Jun 2024
स्रोत: द हिंदू
हाल ही में चीन के चांग’ई-6 यान ने चंद्रमा के दूरस्थ भाग से चट्टान और मिट्टी के नमूने सफलतापूर्वक एकत्र किये तथा चंद्र सतह से उड़ान भरकर पृथ्वी पर वापस आ गया।
- यान का लैंडिंग स्थल दक्षिणी ध्रुव-ऐटकेन बेसिन था, जो 4 अरब वर्ष पूर्व पहले बना एक क्रेटर है, जो 13 किलोमीटर गहरा है और इसका व्यास 2,500 किलोमीटर है।
- चंद्रयान-3 का लैंडिंग स्थल चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास था।
- चंद्रमा के सुदूरवर्ती भाग का मिशन चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि इसमें पृथ्वी के साथ सीधे संचार की कमी है, इसके लिये रिले उपग्रह की आवश्यकता है और समतल लैंडिंग क्षेत्रों की संख्या कम है तथा भूभाग भी दुर्गम है।
- यह मिशन चांग’ई चंद्रमा अन्वेषण कार्यक्रम का छठा मिशन है, जिसका नाम एक “चीन की चंद्रमा देवी” (Chinese moon goddess) के नाम पर रखा गया है। यह नमूने लेकर वापस आने वाला दूसरा डिज़ाइन है, इससे पहले चांग’ई 5 ने 2020 में नज़दीकी क्षेत्र से ऐसा किया था।
- चीन का लक्ष्य 2030 से पहले अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर उतारना है और यह मिशन उस लक्ष्य की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है।
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