रैपिड फायर
संत गुरु रविदास की जयंती
- 13 Feb 2025
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स्रोत: पी.आई.बी.
प्रधानमंत्री ने संत गुरु रविदास को उनकी 648 वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की, जो माघ माह की पूर्णिमा तिथि (जो वर्ष 2025 में 12 फरवरी को है) को मनाई जाती है।
संत गुरु रविदास:
- इनका जन्म 1377 ई. में सीर गोवर्धनपुर (उत्तर प्रदेश) में हुआ। वे भक्ति आंदोलन के संत, कवि और समाज सुधारक थे।
- इन्हें रैदास, रोहिदास और रुहिदास के नाम से भी जाना जाता था। वे हाशिये पर स्थित समुदाय से थे लेकिन उन्होंने मानवाधिकार, समानता एवं आध्यात्मिक ज्ञान पर बल दिया।
- इनके पद गुरु ग्रंथ साहिब में शामिल हैं और मीराबाई ने उन्हें अपना आध्यात्मिक मार्गदर्शक माना था।
- यह दिन पंजाब, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा में व्यापक रूप से मनाया जाता है।
- पंजाब का दोआब क्षेत्र एक महत्त्वपूर्ण रविदासिया दलित समुदाय का स्थान है, जो संत रविदास की शिक्षाओं का पालन करता है।
भक्ति आंदोलन:
- यह 7 वीं और 17 वीं शताब्दी के बीच एक आध्यात्मिक और सामाजिक सुधार आंदोलन था, जिसमें व्यक्तिगत ईश्वर के प्रति भक्ति पर ज़ोर दिया गया तथा अनुष्ठानों और जाति पदानुक्रम को खारिज़ कर दिया गया।
- यह संपूर्ण भारत में फैल गया और हिंदू धर्म, सिख धर्म एवं सूफी धर्म पर इसका प्रभाव पड़ा।
- उल्लेखनीय भक्ति संतों में उत्तर भारत में कबीर, गुरु नानक और मीरा बाई एवं दक्षिण भारत में अलवार, नयनार, रामानुज और बसव शामिल हैं।
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