डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती | 07 Dec 2024

स्रोत: पी.आई.बी.

भारत के राष्ट्रपति ने देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद को उनकी जयंती (3 दिसंबर) पर पुष्पांजलि अर्पित की।

  • जन्म एवं प्रारंभिक जीवन: राजेंद्र प्रसाद का जन्म 3 दिसंबर 1884 को जीरादेई, सिवान, बिहार में हुआ था। 
  • वह गांधीजी के जाति और अस्पृश्यता के विचारों से प्रभावित थे और उन्होंने सरल जीवन व्यतीत किया।
  • स्वतंत्रता संग्राम में भूमिका: डॉ. प्रसाद ने 1920 में स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल होने के लिये अपना विधिक कॅरियर छोड़ दिया और 1931 में नमक सत्याग्रह और 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में शामिल होने के कारण कारावास का दंड दिया गया।
  • 1934 में भारतीय राष्ट्रीय कॉन्ग्रेस के बंबई अधिवेशन की अध्यक्षता की और 1939 में सुभाष चन्द्र बोस के इस्तीफे के बाद कॉन्ग्रेस में अध्यक्ष पद ग्रहण किया।
  • संविधान निर्माण में भूमिका: उन्हें 1946 में संविधान सभा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
  • उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज, प्रक्रिया नियम, वित्त एवं स्टाफ संबंधी समितियों की अध्यक्षता की।
  • साहित्यिक कृतियाँ: चंपारण में सत्याग्रह (1922), इंडिया डिवाइडेड (1946), आत्मकथा (1946), और बापू के कदमों में (1954)।
  • राष्ट्रपति पद और विरासत: 1950 में भारत के प्रथम राष्ट्रपति के रूप में पद ग्रहण किया और 12 वर्ष से अधिक समय तक कार्यभार संभाला। वह 1952 और 1957 में सर्वसम्मति से दोबारा राष्ट्रपति का पद ग्रहण करने वाले एकमात्र व्यक्ति थे। राजेंद्र प्रसाद को 1962 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया।

Rajendra Prasad

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