स्तनधारियों में बर्ड फ्लू का प्रकोप | 17 Jul 2023
स्तनधारियों के बीच बर्ड फ्लू के प्रकोप की हालिया वृद्धि को देखते हुए अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों ने चिंता व्यक्त की है, इन एजेंसियों में खाद्य और कृषि संगठन (Food and Agriculture Organization- FAO), विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization- WHO) तथा विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन (World Organisation for Animal Health- WOAH) शामिल हैं।
- इन एजेंसियों ने चिंता व्यक्त की है, चूँकि पक्षियों की तुलना में स्तनधारी जैविक रूप से मनुष्यों के अधिक करीब हैं, इसलिये यह वायरस संभावित रूप से मनुष्यों को अधिक आसानी से संक्रमित कर सकता है।
बर्ड फ्लू:
- परिचय:
- बर्ड फ्लू अथवा एवियन इन्फ्लूएंज़ा से तात्पर्य एवियन इन्फ्लूएंज़ा टाइप ए वायरस के संक्रमण से होने वाली बीमारी से है।
- कभी-कभी यह वायरस पक्षियों के माध्यम से स्तनधारियों को संक्रमित कर सकता है, इस घटना को स्पिलओवर कहा जाता है।
- जंगली पक्षियों और मुर्गियों में प्रकोप:
- बर्ड फ्लू वायरस का सबसे सामान्य प्रकार H5N1 है, जो H5N1 एवियन इन्फ्लूएंज़ा वायरस के गूज़/गुआंगडोंग-वंश से संबंधित है जो पहली बार वर्ष 1996-1997 में देखा गया था।
- वर्ष 2020 के बाद से इस वायरस के कारण अफ्रीका, एशिया, यूरोप के साथ ही अमेरिका के कई देशों में जंगली पक्षियों और मुर्गियों की बड़ी संख्या में मौत हुई।
- वर्ष 2022 में WOAH ने पाँच महाद्वीपों के 67 देशों में मुर्गी फार्मों/पोल्ट्री और जंगली पक्षियों में H5N1 उच्च रोगजनकता वाले एवियन इन्फ्लूएंज़ा के प्रकोप की सूचना दी।
- इन प्रकोपों के परिणामस्वरूप प्रभावित फार्मों और गाँवों में 131 मिलियन से अधिक घरेलू मुर्गियों की मौत हुई।
- वर्ष 2023 में अतिरिक्त 14 देशों ने प्रकोप की सूचना दी है।
- स्तनधारियों में प्रकोप और मनुष्यों के लिये संभावित खतरा:
- वर्ष 2022 के बाद से लगभग 10 देशों ने भूमि और समुद्री दोनों स्तनधारियों में एवियन फ्लू के प्रकोप के मामले दर्ज किये हैं।
- उदाहरणस्वरूप स्पेन में फार्म्ड मिंक, संयुक्त राज्य अमेरिका में सील और पेरू एवं चिली में समुद्री शेर शामिल हैं।
- इन प्रकोपों को 26 प्रजातियों में दर्ज किया गया है, हाल ही में पोलैंड में बिल्लियों में H5N1 फ्लू की जानकारी मिली है।
- एक चिंता यह है कि संक्रमित स्तनधारी इन्फ्लूएंज़ा वायरस के संयुक्त वाहक के रूप में कार्य कर सकते हैं, जो संभावित रूप से नए, अधिक हानिकारक वायरस के उद्भव का कारण बन सकते हैं जो जानवरों और मनुष्यों दोनों को प्रभावित कर सकते हैं
- हालाँकि WHO को केवल उन लोगों में इसके संक्रमण के कुछ मामलों की रिपोर्ट मिली है, जो संक्रमित पक्षियों के निकट संपर्क में थे।
- वर्ष 2022 के बाद से लगभग 10 देशों ने भूमि और समुद्री दोनों स्तनधारियों में एवियन फ्लू के प्रकोप के मामले दर्ज किये हैं।
- भारत में स्थिति:
- 3 सितंबर, 2019 को विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन ने भारत को एवियन इन्फ्लूएंज़ा (H5N1) से मुक्त घोषित कर दिया।
- हालाँकि दिसंबर 2020 और वर्ष 2021 की शुरुआत में भारत के 15 राज्यों में पोल्ट्री में एवियन इन्फ्लूएंज़ा H5N1 और H5N8 के प्रकोप की सूचना मिली थी।
- प्रसार को रोकने के लिये तत्काल उपाय: बर्ड फ्लू के प्रकोप से जुड़े जोखिमों को कम करने के लिये FAO, WHO, WOAH सहित अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों ने निम्नलिखित उपायों की सिफारिश की:
- उन्होंने राष्ट्रों से मनुष्यों और जानवरों के वायरस के आनुवंशिक डेटा को सार्वजनिक रूप से सुलभ डेटाबेस में साझा करने का आग्रह किया।
- जैव सुरक्षा उपायों को बढ़ाना, फार्म्स और पोल्ट्री मूल्य शृंखलाओं में अच्छी स्वच्छता प्रथाओं को लागू करना।
- जानवरों में रोग के बढ़ते प्रकोप का तेज़ी से पता लगाना, रिपोर्टिंग और प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना।
- जानवरों और मनुष्यों दोनों में इन्फ्लूएंज़ा निगरानी को सुदृढ़ करना।
- जानवरों में प्रकोप और मानव संक्रमण के आसपास गहन महामारी विज्ञान और वायरोलॉजिकल जाँच सुनिश्चित करना।
- पशु और मानव स्वास्थ्य क्षेत्रों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना।
इन्फ्लूएंज़ा वायरस के प्रकार:
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्नप्रश्न. H1N1 विषाणु का प्रायः समाचारों में निम्नलिखित में से किस एक बीमारी के संदर्भ में उल्लेख किया जाता है? (2015) (a) एड्स (AIDS) उत्तर: (d) |