भाषा संगम पहल: एक भारत श्रेष्ठ भारत | 02 Nov 2021
हाल ही में शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय एकता दिवस के उपलक्ष्य में एक भारत श्रेष्ठ भारत (EBSB) कार्यक्रम के तहत विभिन्न पहलों की शुरुआत की है।
- एक भारत श्रेष्ठ भारत की घोषणा प्रधानमंत्री द्वारा वर्ष 2015 में सरदार वल्लभभाई पटेल की 140वीं जयंती के अवसर पर की गई थी।
- राष्ट्रीय एकता दिवस सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती को चिह्नित करने के लिये मनाया जाता है।
प्रमुख बिंदु
- पहल के संबंध में:
- भाषा संगम:
- यह 22 भारतीय भाषाओं (आठवीं अनुसूची की भाषाएँ) के दैनिक उपयोग में आने वाले बुनियादी वाक्य सिखाने के लिये एक भारत श्रेष्ठ भारत के तहत शिक्षा मंत्रालय की एक पहल है।
- इसे राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) द्वारा विकसित किया गया है।
- इसके पीछे यह विचार है कि लोगों को अपनी मातृभाषा के अलावा किसी अन्य भारतीय भाषा में बुनियादी बातचीत संबंधी कौशल हासिल करना चाहिये।
- यह दीक्षा, ई-पाठशाला और 22 पुस्तिकाओं के माध्यम से उपलब्ध है।
- शुरू की गई अन्य पहलों में भाषा संगम मोबाइल एप और एक भारत श्रेष्ठ भारत (EBSB) क्विज़ एप शामिल हैं।
- भाषा संगम:
- एक भारत श्रेष्ठ भारत:
- इसे वर्ष 2015 में विभिन्न राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के लोगों के बीच जुड़ाव को बढ़ावा देने के लिये लॉन्च किया गया था ताकि विभिन्न संस्कृतियों के लोगों में आपसी समझ और बंधन को बढ़ाया जा सके, जिससे भारत की एकता और अखंडता मजबूत होगी।
- यह शिक्षा मंत्रालय की एक पहल है।
- देश के प्रत्येक राज्य और केंद्रशासित प्रदेश को एक समयावधि के लिये दूसरे राज्य/केंद्रशासित प्रदेश के साथ जोड़ा जाएगा, जिसके दौरान वे भाषा, साहित्य, व्यंजन, त्योहारों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों, पर्यटन आदि क्षेत्रों में एक-दूसरे के साथ विचारों का आदान प्रदान करेंगे।
सरदार वल्लभभाई पटेल
- इनका जन्म 31 अक्तूबर, 1875 को नादियाड, गुजरात में हुआ था।
- सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती को प्रत्येक वर्ष 31 अक्तूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस (National Unity Day) के रूप में मनाया जाता है।
- ये स्वतंत्र भारत के पहले गृहमंत्री और उप प्रधानमंत्री थे।
- उन्होंने भारतीय संविधान सभा की विभिन्न समितियों का नेतृत्त्व किया-
- मौलिक अधिकारों पर सलाहकार समिति।
- अल्पसंख्यकों और जनजातीय व बहिष्कृत क्षेत्रों पर समिति।
- प्रांतीय संविधान समिति।
- राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन के साथ खेड़ा सत्याग्रह (1918) और बारदोली सत्याग्रह (1928) में किसान हितों को एकीकृत किया।
- बारदोली की महिलाओं ने वल्लभभाई पटेल को 'सरदार' की उपाधि दी, जिसका अर्थ है 'एक प्रमुख या एक नेता'।
- भारतीय रियासतों के भारतीय संघ में एकीकरण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने और रियासतों को भारतीय संघ के साथ जुड़ने के लिये राजी करने हेतु इन्हें "भारत के लौह पुरुष" के रूप में जाना जाता है।
- उन्होंने भारत के लोगों से एक अग्रणी भारत (श्रेष्ठ भारत) बनाने के लिये एकजुट (एक भारत) होकर एक साथ रहने का अनुरोध किया।
- यह विचारधारा अभी भी आत्मनिर्भर भारत पहल में परिलक्षित होती है जो भारत को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास करती है।
- सरदार पटेल को आधुनिक अखिल भारतीय सेवाओं की स्थापना करने हेतु ‘भारतीय सिविल सेवकों के संरक्षक संत' (Patron Saint of India’s Civil Servants) के रूप में भी जाना जाता है।
- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (Statue of Unity) का निर्माण सरदार वल्लभ भाई पटेल के सम्मान में गुजरात के नर्मदा ज़िले के केवडिया में किया गया।