भारत टेक्स 2025 | 24 Feb 2025
स्रोत: पी.आई.बी.
प्रधानमंत्री ने भारत टेक्स 2025 कार्यक्रम को संबोधित किया। यह वस्त्र उद्योग में समन्वय, सहयोग तथा नीतिगत चर्चा हेतु एक वैश्विक मंच है जिसमें 120 से अधिक देशों ने भाग लिया।
भारत का वस्त्र क्षेत्र:
- भारत के वस्त्र उद्योग की सकल घरेलू उत्पाद में 2.3%, निर्यात में 12% तथा औद्योगिक उत्पादन में 13% की भागीदारी है। इस क्षेत्र से 45 मिलियन लोगों को रोज़गार (जो कृषि के बाद दूसरे स्थान पर है) मिलता है।
- भारत विश्व स्तर पर छठा सबसे बड़ा वस्त्र निर्यातक (चीन, यूरोपीय संघ, वियतनाम, बांग्लादेश और तुर्की के बाद) और दूसरा सबसे बड़ा वस्त्र एवं परिधान उत्पादक है।
- भारत का वस्त्र निर्यात वर्ष 2023 से 2024 तक 7% बढ़कर 3 लाख करोड़ रुपए तक पहुँच गया है और इसे वर्ष 2030 तक 9 लाख करोड़ रुपए करने का लक्ष्य रखा गया है।
- वस्त्र क्षेत्र से संबंधित चुनौतियाँ:
- भारत के वस्त्र क्षेत्र में कपास पर अत्यधिक निर्भरता (60%), बांग्लादेश एवं वियतनाम से प्रतिस्पर्द्धा, लॉजिस्टिक्स अकुशलता (चीन के 8% की तुलना में सकल घरेलू उत्पाद की 13-14% लागत) और फास्ट फैशन से पर्यावरण संबंधी चिंताओं जैसे मुद्दे बने हुए हैं।
वस्त्र क्षेत्र से संबंधित सरकारी पहल:
- मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन एंड अपैरल (MITRA) पार्क
- कपास उत्पादकता मिशन: कपास की खेती की उत्पादकता और स्थिरता में सुधार को सुविधाजनक बनाना।
- हथकरघा उत्पादों की GI टैगिंग: जैसे उप्पाड़ा जामदानी साड़ी, असम का मुगा सिल्क, कश्मीर पश्मीना आदि।
- समर्थ योजना
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