बांग्लादेश सीमा पर निवारक उपाय के रूप में मधुमक्खी पालन | 13 Sep 2024
स्रोत: हिंदुस्तान टाइम्स
हाल ही में सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने बांग्लादेश से सीमा पार घुसपैठ और तस्करी गतिविधियों को रोकने के लिये एक नवीन रणनीति के रूप में मधुमक्खी पालन का उपयोग करना शुरू कर दिया है।
- BSF जवानों को मधुमक्षिशाला के बक्से जैसी संरचनाओं का उपयोग करने के लिये प्रशिक्षित किया गया है, जहाँ मधुमक्खियाँ भित्तियों का निर्माण करती हैं।
- मधुमक्खियों का उपयोग सीमा पर एक प्राकृतिक निवारक बनाने के लिये किया जाता है क्योंकि मधुमक्खी के डंक का खतरा तस्करों और घुसपैठियों को बाड़ के पास आने से हतोत्साहित करता है।
- मधुमक्षिशाला की स्थापना के बाद से बाड़ काटने और अवैध प्रवेश की घटनाएँ लगभग शून्य हो गई हैं।
- यह पहल न केवल सुरक्षा उद्देश्य की पूर्ति करती है बल्कि जवानों को मधुमक्खी पालन सीखने का अवसर भी प्रदान करती है, जिसे वे सेवानिवृत्ति के बाद आय के स्रोत के रूप में जारी रख सकते हैं।
- बांग्लादेश और भारत के बीच 4,096 किलोमीटर लंबी सीमा है, जो विश्व में पाँचवीं सबसे लंबी सीमा है।
- इसकी सीमा भारतीय राज्यों असम, पश्चिम बंगाल, मिज़ोरम, मेघालय और त्रिपुरा से मिलती है।
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