संयुक्त राज्य अमेरिका में एस्बेस्टस पर प्रतिबंध | 26 Mar 2024


संयुक्त राज्य अमेरिका की पर्यावरण संरक्षण एजेंसी ने हाल ही में एस्बेस्टस पर व्यापक प्रतिबंध की घोषणा की है, जो एक कैंसरकारी पदार्थ है और जिससे प्रत्येक वर्ष हज़ारों अमेरिकियों की जान चली जाती है।

  • एस्बेस्टस, जो कभी घरों के इंसुलेशन और अन्य उत्पादों में आमतौर पर प्रचलित था, वर्तमान में विश्व के 50 से अधिक देशों में प्रतिबंधित है और अमेरिका में इसके प्रयोग में कमी आई है।
    • वर्तमान में अमेरिका में उपयोग के लिये आयातित, संसाधित या वितरित किये जाने वाले एस्बेस्टस का एकमात्र रूप क्रिसोटाइल एस्बेस्टस है, जो मुख्य रूप से ब्राज़ील और रूस से आयात किया जाता है।
    • इस पदार्थ का प्रयोग क्लोरीन ब्लीच और सोडियम हाइड्रॉक्साइड के निर्माण के लिये किया जाता है, जिसे कास्टिक सोडा के रूप में भी जाना जाता है। इनमें कुछ जल शुद्धिकरण के लिये भी प्रयोग किये जाते हैं।
  • एस्बेस्टस के संपर्क में आने से फेफड़ों का कैंसर, एस्बेस्टोसिस (फेफड़े में घाव), मेसोथेलियोमा (एक दुर्लभ आक्रामक कैंसर) और फुफ्फुस जटिलताओं सहित गंभीर स्वास्थ्य जोखिम उत्पन्न होते हैं।
  • भारत ने वर्ष 2011 में एस्बेस्टस के खनन पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन यह अभी भी इंसुलेशन, छत की शीट एवं ब्रेक लाइनिंग जैसे उत्पादों में एस्बेस्टस का आयात और उपयोग करता है।

और पढ़ें: मेसोथेलियोमा