बेली ब्रिज | 08 Aug 2024
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
भारतीय सेना के मद्रास इंजीनियर समूह ने विनाशकारी भूस्खलन के बाद वाहनों और मशीनरी की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिये केरल के वायनाड के चूरलमाला में 190 फुट लंबे बेली ब्रिज का निर्माण किया।
- बेली ब्रिज आपदा प्रभावित क्षेत्रों में लोगों, भारी मशीनरी और एम्बुलेंस के परिवहन को सक्षम बनाता है।
- बेली ब्रिज एक प्रकार का मॉड्यूलर ब्रिज है जिसके घटक/पुर्जे पहले से निर्मित होते हैं और आवश्यकतानुसार उन्हें तेज़ी से जोड़ा जा सकता है। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इसका आविष्कार करने का श्रेय एक अंग्रेज सिविल इंजीनियर डोनाल्ड कोलमैन बेली को जाता है।
- भारतीय सशस्त्र बलों को बेली ब्रिज का डिज़ाइन अंग्रेज़ों से विरासत में मिला था, जिसका उपयोग उन्होंने वर्ष 1971 में पाकिस्तान के साथ युद्ध में और वर्ष 2021 में उत्तराखंड में आई बाढ़ के बाद विभिन्न आपदा राहत प्रयासों में किया था।