राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन की 58वीं बैठक | 16 Nov 2024
स्रोत: पी.आई.बी
राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (NMCG) की 58वीं कार्यकारी समिति की बैठक में पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने तथा गंगा नदी के संरक्षण के उद्देश्य से कई महत्त्वपूर्ण परियोजना को मंजूरी दी गई।
- स्वीकृत परियोजनाएँ: जल गुणवत्ता और जैव विविधता को बढ़ाने के लिये चंबल, सोन, दामोदर और टोंस नदियों के पर्यावरणीय प्रवाह का आकलन करने के लिये परियोजना को मंजूरी दी गई।
- डॉल्फिन एंबुलेंस विकसित करने तथा गंगा नदी डॉल्फिन संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिये डॉल्फिन बचाव पहल को मंजूरी दी गई।
- कछुआ संरक्षण को लुप्तप्राय कछुओं के पुनर्वास और गंगा बेसिन में संकटग्रस्त प्रजातियों को पुनः स्थापित करने के लिये मंजूरी दी गई।
- जल शोधन में सुधार के लिये किओरापुकुर में 50 मिलियन लीटर प्रतिदिन (MLD) क्षमता वाले STP के पुनर्वास के लिये कोलकाता सेप्टेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) पुनर्वास को मंजूरी दी गई।
- गंगा के संरक्षण और सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिये यात्रा वृत्तांत शृंखला के तीसरे सत्र के लिये बजट के साथ रग-रग में गंगा शृंखला को मंजूरी दी गई।
- NMCG: इसे सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, 1860 के तहत वर्ष 2011 में एक सोसायटी के रूप में पंजीकृत किया गया था। यह राष्ट्रीय गंगा परिषद (वर्ष 2016 में स्थापित; जिसने राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण (NRGBA) का स्थान लिया) की कार्यान्वयन शाखा है ।
- NMCG का उद्देश्य प्रदूषण को कम करना और गंगा नदी का कायाकल्प सुनिश्चित करना है।