छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों ने 28 नक्सलियों को मार गिराया | 22 Oct 2024

स्रोत: द हिंदू

हाल ही में छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में 28 माओवादियों को मार गिराया।

  • मूल:  
    • यह आंदोलन स्थानीय ज़मींदारों के खिलाफ विद्रोह के रूप में शुरू हुआ, जिन्होंने भूमि विवाद को लेकर किसानों पर आक्रमण किया और अब इसे माओवादी के रूप में जाना जाता है और भारत में इसे नक्सलवादी भी कहा जाता है।
  • उद्देश्य:  
    • वे सशस्त्र क्रांति के माध्यम से सरकार को सत्ता से बेदखल करना चाहते हैं, ताकि माओवादी सिद्धांतों पर आधारित साम्यवादी राज्य की स्थापना की जा सके, राज्य को दमनकारी माना जा सके तथा सशस्त्र संघर्ष के माध्यम से सामाजिक-आर्थिक शिकायतों का समाधान किया जा सके।
  • प्रभावित राज्य:
    • लाल गलियारा (Red Corridor) भारत के मध्य, पूर्वी और दक्षिणी भागों का वह क्षेत्र है जहाँ गंभीर रूप से नक्सलवाद-माओवादी विद्रोह देखने को मिलते हैं
    • छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, बिहार, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और केरल राज्य वामपंथी उग्रवाद (LWE) से प्रभावित माने जाते हैं ।
  • सरकारी योजना:
    • 'नियद नेल्लानार' योजना: यह बस्तर में सुरक्षा शिविरों के माध्यम से 5 किलोमीटर के भीतर के गाँवों को सुविधाएँ और लाभ प्रदान करती है।
    • सुरक्षा संबंधी व्यय (SRE) योजना: इसमें वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित राज्यों को प्रशिक्षण और अनुग्रह राशि जैसी सुरक्षा लागतों को शामिल किया गया है।

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