21वीं पशुधन जनगणना | 26 Jun 2024
स्रोत: पी.आई.बी.
हाल ही में पशुपालन एवं डेयरी विभाग (Department of Animal Husbandry & Dairying- DAHD) ने सितंबर से दिसंबर 2024 तक होने वाली आगामी 21वीं पशुधन जनगणना के लिये एक कार्यशाला का आयोजन किया।
- इसका उद्देश्य जनगणना के दौरान कुशल डेटा संग्रह के लिये राज्य और केंद्रशासित प्रदेश के अधिकारियों को मोबाइल ऐप और सॉफ्टवेयर सहित आवश्यक उपकरणों से लैस करना था।
- अधिकारियों को डेटा संकलन रणनीतियों पर प्रशिक्षित किया गया तथा पशुधन की विभिन्न पंजीकृत नस्लों से परिचित कराया गया।
- वर्ष 1919 से हर 5 साल में पूरे देश में पशुधन जनगणना आयोजित की जाती रही है।
- वर्ष 2019 में आयोजित 20वीं जनगणना के अनुसार, भारत में कुल पशुधन आबादी 535.78 मिलियन है।
- कुल गोजातीय जनसंख्या (मवेशी, भैंस, मिथुन और याक) 302.79 मिलियन थी।
- पशुधन के विकास हेतु वर्ष 2014-15 में शुरू की गई राष्ट्रीय पशुधन मिशन (National Livestock Mission- NLM) योजना में 3 उप-मिशन शामिल हैं - पशुधन और मुर्गी पालन के लिये नस्ल विकास, चारा तथा आहार विकास एवं नवाचार व विस्तार।
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