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वैश्विक खुशहाली रिपोर्ट 2021

  • 22 Mar 2021
  • 6 min read

चर्चा में क्यों?

हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय खुशहाली दिवस से एक दिन पूर्व संयुक्त राष्ट्र के तत्त्वावधान में ‘सतत् विकास समाधान नेटवर्क’ (Sustainable Development Solutions Network for the United Nations) द्वारा वैश्विक खुशहाली रिपोर्ट 2021 जारी की गई है।

  • इस वर्ष यह रिपोर्ट विश्व के लोगों पर कोविड-19 के प्रभावों पर केंद्रित है।

अंतर्राष्ट्रीय खुशहाली दिवस:

  • प्रत्येक वर्ष 20 मार्च को मनुष्य के जीवन में खुशहाली के महत्त्व को इंगित करने हेतु अंतर्राष्ट्रीय खुशहाली दिवस का आयोजन किया जाता है। 
  • संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2013 में अंतर्राष्ट्रीय खुशहाली दिवस मनाने की शुरुआत की गई थी लेकिन जुलाई, 2012 में इसके लिये एक प्रस्ताव पारित किया गया।
    • पहली बार  खुशहाली दिवस का  संकल्प भूटान द्वारा लाया गया था, जिसमें 1970 के दशक की शुरुआत से राष्ट्रीय आय के बजाय राष्ट्रीय खुशी के महत्त्व पर ज़ोर दिया गया तथा सकल राष्ट्रीय उत्पाद (Gross National Product- GNP) पर सकल राष्ट्रीय खुशहाली (Gross National Happiness- GNH) को अपनाया गया।
    • सकल राष्ट्रीय खुशहाली सूचकांक: इसकी अवधारणा को भूटान के चौथे राजा जिग्मे सिंग्ये वांगचुक द्वारा वर्ष 1972 में प्रस्तुत किया गया था। 
      • इस अवधारणा का अर्थ है कि प्रगति के लिये सतत् विकास का एक समग्र दृष्टिकोण प्रस्तुत करना और भलाई को बढ़ावा देने हेतु  गैर-आर्थिक पहलुओं को समान महत्त्व देना।
      • जीएनपी किसी भी वित्तीय वर्ष में किसी देश के नागरिकों द्वारा उत्पादित सभी वस्तुओं और सेवाओं का कुल मूल्य है, चाहे वे किसी भी स्थान पर मौजूद हों।
  • वर्ष 2021 के लिये अंतर्राष्ट्रीय खुशहाली दिवस की थीम ‘हैप्पीनेस फॉर आल, फॉरएवर’ (Happiness For All, Forever) है। 

प्रमुख बिंदु:

वैश्विक खुशहाली रिपोर्ट 2021 के बारे में:

  • वैश्विक खुशहाली रिपोर्ट 149 देशों के नागरिकों के खुशहाली स्तर को मापते हुए इस बात को दर्शाती है कि इन देशों के लोग स्वयं को कितना खुश मानते हैं।
  • रिपोर्ट में शामिल देशों की रैंकिंग मतदान ( गैलप वर्ल्ड पोल) पर आधारित है, जो छ: कारकों को शामिल करती है:
    • प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद (क्रय शक्ति समानता)
    • सामाजिक सहयोग। 
    • जन्म के समय स्वस्थ जीवन प्रत्याशा।
    • जीवन में विकल्प चुनने की स्वतंत्रता।
    • उदारता।
    • भ्रष्टाचार की धारणा।
  • सर्वेक्षण के दौरान उत्तरदाताओं को अपनी वर्तमान जीवन स्थिति का मूल्यांकन 0-10 के पैमाने पर करने के लिये कहा गया था।

शीर्ष प्रदर्शनकर्त्ता:

  • रिपोर्ट के तहत फिनलैंड को लगातार चौथे वर्ष विश्व का सबसे खुशहाल देश घोषित किया गया है।
  • फिनलैंड के बाद आइसलैंड, डेनमार्क, स्विट्ज़रलैंड, नीदरलैंड, स्वीडन, जर्मनी और नॉर्वे का स्थान है। 

निम्न प्रदर्शनकर्त्ता:

  • रिपोर्ट में अफगानिस्तान (149) को सबसे नाखुश देश बताया गया है।
  • अफगानिस्तान का स्थान जिम्बाब्वे (148), रवांडा (147), बोत्सवाना (146) और लेसोथो (145) के बाद है।

भारत के पड़ोसी देशों की स्थिति:

  • पाकिस्तान- 105वाँ स्थान
  • बांग्लादेश- 101वाँ 
  • चीन- 84वाँ 

भारत

  • रिपोर्ट में भारत को 149 देशों में 139वाँ स्थान प्राप्त हुआ है।
  • वर्ष 2020 में भारत को 156 देशों में 144वाँ स्थान प्राप्त हुआ था।

सतत् विकास समाधान नेटवर्क

  • वर्ष 2012 में लॉन्च किया गया सतत् विकास समाधान नेटवर्क (SDSN) सतत् विकास लक्ष्यों (SDG) और पेरिस जलवायु समझौते से संबंधित व्यावहारिक समस्या को हल करने हेतु वैश्विक स्तर पर वैज्ञानिक और तकनीकी विशेषज्ञता प्रदान करता है।
  • इसे संयुक्त राष्ट्र महासचिव के तत्त्वावधान में स्थापित किया गया था। 
  • सतत् विकास समाधान नेटवर्क (SDSN) और बर्टेल्समन स्टिफ्टंग द्वारा वर्ष 2016 से वार्षिक SDG सूचकांक और डैशबोर्ड ग्लोबल रिपोर्ट प्रकाशित की जा रही है।

स्रोत: हिंदुस्तान टाइम्स

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