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नए SMS स्क्रबिंग मानदंड निलंबित

  • 11 Mar 2021
  • 8 min read

चर्चा में क्यों?

हाल ही में भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (Telecom Regulatory Authority of India-TRAI) द्वारा दूरसंचार सेवा प्रदाताओं (TSPs) की लघु संदेश सेवा या एसएमएस (Short Message service or SMS) स्क्रबिंग प्रक्रिया को सात दिनों के लिये अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया।

  • ट्राई द्वारा यह कदम एसएमएस-आधारित कई बैंकिंग और ई-कॉमर्स प्लेटफाॅर्मों सेवाओं के क्रियान्वयन के बाद लिया गया है जो हाल में  दूरसंचार सेवा प्रदाताओं (TSP) द्वारा एसएमएस विनियमन (SMS Regulation) के दूसरे चरण को लागू किये जाने के बाद प्रभावित हुए हैं 

प्रमुख बिंदु:

दूरसंचार वाणिज्यिक संचार ग्राहक वरीयता विनियमन, 2018: 

  • इसे स्पैम (Spam) की समस्या से प्रभावी ढंग से निपटने हेतु जारी किया गया था।
  • ये  नियम हर पंजीकृत एसएमएस सामग्री को उपभोक्ताओं को भेजने से पूर्व टेलीकॉम कंपनियों द्वारा अनिवार्य रूप से सत्यापित किये जाने पर बल देते हैं। 
    • ट्राई के मानदंडों के अनुसार, सभी एसएमएस सामग्री को अब उपयोगकर्त्ताओं के डिवाइस पर भेजने से पूर्व सत्यापित किया जाएगा। स्क्रबिंग के रूप में जानी जाने वाली इस प्रक्रिया को काफी विलंब के बाद हाल ही में लागू किया गया था। 
    • प्रमुख संस्थाओं हेतु नए ट्राई नियम, जो ग्राहकों को एसएमएस भेजने की अनुमति देंगे, उसके लिये प्रेषकों का पंजीकरण (Registration of Senders), टेलीमार्केटर (Telemarketers), हेडर (Headers), सामग्री (Content), टेम्प्लेट (Templates), सहमति टेम्प्लेट (Consent Templates) और सब्सक्राइबर वरीयता (Subscriber Preference) की आवश्यकता होगी।
  • ये नियम गैर-पंजीकृत प्रेषकों को वाणिज्यिक संदेश भेजने से रोकते हैं, वहीँ दूसरी ओर   पंजीकृत कंपनियों के ग्राहकों को धोखाधड़ी वाले संदेश भेजने से रोकते हैं।
  • ट्राई द्वारा एक फ्रेमवर्क जारी किया गया है जिसके तहत टेल्कोस/टेलीकॉम कंपनियों द्वारा एक वितरित खाता प्रौद्योगिकी (Distributed Ledger Technology) या ब्लॉकचेन (Blockchain) का उपयोग किया जाएगा ताकि उपयोगकर्त्ता के डिवाइस पर भेजे जाने से पहले हर वाणिज्यिक एसएमएस के प्रेषक की जानकारी और सामग्री को सत्यापित किया जा सके।
    • ब्लॉकचेन मुख्यतः गैर-परित्याग (Non-Repudiation) और गोपनीयता (Confidentiality) सुनिश्चित करेगा। इसके तहत केवल अधिकृत लोगों को ही ग्राहकों के विवरण संबंधी सूचना तक पहुँच प्राप्त होगी और वह भी तब जब सेवा प्रदान करने के लिये ऐसा करना आवश्यक हो।
    • TRAI के अनुसार, पुरानी तकनीक और प्लेटफॉर्म ने सब्सक्राइबर की घोषित प्राथमिकता का उल्लंघन कर सस्ती और अविश्वसनीय सूचनाएँ प्रदान की हैं।

हालिया मुद्दा

  • कुछ TSPs द्वारा स्क्रबिंग मानदंडों को लागू किया गया, लेकिन कुछ कंपनियों द्वारा उन्हें नहीं अपनाया गया जिससे उपभोक्ता महत्त्वपूर्ण संदेश प्राप्त करने में विफल रहे।  
    • TSPs द्वारा TRAI नियमों का पालन करते हुए अवांछित वाणिज्यिक संचार के मुद्दों को हल करने हेतु कंटेंट स्क्रबिंग की नियत प्रक्रिया को सक्रिय किया गया।
    • दूरसंचार सेवा प्रदाताओं द्वारा एक-दूसरे के साथ अपने कंटेंट टेम्पलेट को पंजीकृत करने के उद्देश्य से प्रमुख संस्थाओं के साथ संचार व्यवस्था सुनिश्चित की गई।

ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी:

  •  ब्लॉकचेन एक साझा, अपरिवर्तनीय खाता-बही (Shared, Immutable Ledger) है जो एक व्यापार नेटवर्क में लेन-देन को रिकॉर्ड करने और परिसंपत्तियों को ट्रैक करने की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाती है।
    • कोई संपत्ति मूर्त ( घर, कार, नकदी, भूमि) या अमूर्त (बौद्धिक संपदा, पेटेंट, कॉपीराइट, ब्रांडिंग) हो सकती है।
  • वस्तुतः किसी भी मूल्य की ऐसी वस्तु को ब्लॉकचेन नेटवर्क पर ट्रैक कर इसमें शामिल किया जा सकता है, जिसमें सभी जोखिम शामिल होते हैं और सभी की लागत में कटौती शामिल होती है।
  • ब्लॉकचेन तकनीक का प्रारंभिक और प्राथमिक उपयोग क्रिप्टोकरेंसी (जैसे बिटकॉइन) के लेन-देन की निगरानी हेतु किया गया था। हालांकि पिछले वर्षों में इसके कुछ अन्य उपयोग देखे गए हैं।
    • आंध्र प्रदेश और तेलंगाना सरकार द्वारा ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी की सहायता से भूमि रिकॉर्ड को एकत्र किया जाता है।
    • चुनाव आयोग (EC) के अधिकारी दूरदराज़ के क्षेत्रों में वोटिंग करने हेतु ब्लॉकचेन तकनीक के  उपयोग किये जाने की क्षमता तलाश रहे हैं।

भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण:

  • इसे दूरसंचार सेवाओं हेतु शुल्क निर्धारण/संशोधन सहित दूरसंचार सेवाओं को विनियमित करने के लिये संसद के एक अधिनियम (भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण अधिनियम, 1997) द्वारा स्थापित किया गया था।
  • यह एक निष्पक्ष और पारदर्शी नीति हेतु वातावरण प्रदान करता है जो सभी को एक समान  अवसर प्रदान करता है और प्रतिस्पर्द्धा को सुगम बनाता है।
  • ट्राई अधिनियम में संशोधन कर ट्राई से सहायक और विवाद कार्यों के समाधान करने के उद्देश्य से दूरसंचार विवाद निपटान और अपीलीय न्यायाधिकरण (Telecommunications Dispute Settlement and Appellate Tribunal- TDSAT) की स्थापना की गई।
    • TDSAT की स्थापना विभिन्न लाइसेंसधारियों के मध्य, दो या दो से अधिक सेवा प्रदाताओं के मध्य, एक सेवा प्रदाता और उपभोक्ताओं के समूह के मध्य किसी भी विवाद के निपटान और ट्राई के किसी भी निर्देश, निर्णय या आदेश के खिलाफ अपील सुनने और उसके निपटान हेतु की गई थी।

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

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