नोएडा शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 16 जनवरी से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:



डेली अपडेट्स

मुख्य परीक्षा

भारत के मसाला उद्योग का सुदृढ़ीकरण

  • 10 Mar 2025
  • 8 min read

स्रोत: द हिंदू

चर्चा में क्यों? 

विश्व मसाला संगठन (WSO) ने इस बात पर प्रकाश डाला है कि सबसे बड़ा मसाला उत्पादक होने के बावजूद, भारत की वैश्विक मसाला बाज़ार में केवल 0.7% की हिस्सेदारी है और वर्ष 2030 तक 10 बिलियन अमेरिकी डॉलर के निर्यात लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु अधिक उत्पादन एवं मूल्य संवर्द्धन की आवश्यकता है।

नोट: WSO का मुख्यालय कोच्चि, केरल में है, यह एक गैर-लाभकारी संगठन है जो मसाला उद्योग में खाद्य सुरक्षा, स्थिरता और जैव विविधता पर केंद्रित है। 

भारत में मसालों की क्या स्थिति है?

  • उत्पादन: वर्ष 2022-23 में भारत में 11.14 मिलियन टन मसालों का उत्पादन हुआ, जो वर्ष 2021-22 के 11.12 मिलियन टन की तुलना में मामूली वृद्धि को दर्शाता है।
    • भारत अंतर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन (ISO) द्वारा सूचीबद्ध 109 मसाला किस्मों में से 75 का उत्पादन करता है जिसमें मिर्च, जीरा, हल्दी, अदरक और धनिया की कुल उत्पादन में 76% हिस्सेदारी है। 
    • उत्पादन की दृष्टि से लहसुन, अदरक और मिर्च, वित्त वर्ष 23 में उत्पादित शीर्ष तीन मसाले थे।
  • सबसे बड़े मसाला उत्पादक राज्य: मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, महाराष्ट्र, असम, आदि।
    • निर्यात: प्रमुख निर्यातों में काली मिर्च, इलायची, अजवाइन, सौंफ, मेथी, लहसुन, जायफल, करी पाउडर और मसाला तेल शामिल हैं।
      • वर्ष 2023-2024 में भारत ने 4.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर (करीब 14 लाख टन) मूल्य के मसालों का निर्यात किया। मिर्च, भारत का सबसे ज़्यादा निर्यात (जिसकी कुल मसाला निर्यात में 31% हिस्सेदारी है) किया जाने वाला मसाला है।
      • विश्व भर में भारत 200 स्थानों पर मसालों का निर्यात करता है जिनमें चीन, बांग्लादेश, पश्चिम एशियाई देश और अमेरिका प्रमुख बाज़ार हैं।

Spice_Exports

  • चिंताएँ: कच्चे मसाले के निर्यात में अग्रणी होने के बावजूद, भारत वैश्विक मसाला बाज़ार का केवल 0.7% हिस्सा रखता है, जो चीन (12%) और अमेरिका (11%) से बहुत पीछे है।
    • इसका कारण कम मूल्य संवर्द्धन है, क्योंकि निर्यात में केवल 48% प्रसंस्कृत उत्पाद शामिल हैं। 
    • मिलावट और कीटनाशक अवशेषों के मामलों के कारण निर्यात अस्वीकृत हो रहे हैं, जिससे अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में भारत की प्रतिष्ठा धूमिल हो रही है।
    • वियतनाम, इंडोनेशिया, ब्राज़ील, चीन तथा थाईलैंड, श्रीलंका और मेडागास्कर जैसे देशों  से बढ़ती प्रतिस्पर्द्धा भारत के प्रभुत्त्व को और चुनौती दे रही है।
    • पारंपरिक फसल किस्मों पर अत्यधिक निर्भरता, निम्न प्रसंस्करण, तथा कटाई के बाद अपर्याप्त प्रबंधन से गुणवत्ता और शेल्फ लाइफ कम हो जाती है। इसके अतिरिक्त, सीमित मशीनीकरण से उत्पादन लागत बढ़ जाती है और दक्षता कम हो जाती है।
  • बाज़ार विस्तार के उपाय: मूल्यवर्द्धित मसालों में देश की हिस्सेदारी 70% तक बढ़ाई जानी चाहिये।
    • भारत के 15 कृषि-जलवायु क्षेत्र विविध मसाला कृषि का समर्थन करते हैं। उच्च उपज देने वाली और जलवायु प्रतिरोधी किस्मों के विकास से उत्पादन में वृद्धि हो सकती है और निर्यात में वृद्धि हो सकती है।

मसाला उत्पादन और निर्यात को बढ़ावा देने के लिये सरकारी पहल

  • भारतीय मसाला बोर्ड (SBI): मसाला बोर्ड अधिनियम 1986 के तहत स्थापित, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।  
    • कोच्चि, केरल में मुख्यालय वाला SBI इलायची और 52 मसालों को बढ़ावा देता है, गुणवत्ता को नियंत्रित करता है, अनुसंधान को समर्थन देता है और भारतीय निर्यातकों को वैश्विक बाज़ारों से जोड़ता है।
    • SBI और WSO के तहत राष्ट्रीय सतत् मसाला कार्यक्रम (NSSP) भारत के मसाला उद्योग में स्थिरता को संबोधित करने के लिये हितधारकों को एकजुट करता है।
  • मसाला पार्क: SBI ने किसानों को फसल कटाई के बाद प्रबंधन, मूल्य संवर्द्धन और बेहतर मूल्य निर्धारण में सहायता देने के लिये देश भर में आठ फसल विशिष्ट मसाला पार्क स्थापित किये।
  • सिक्किम में मसाला कॉम्प्लेक्स: इसका उद्देश्य पूर्वोत्तर क्षेत्र में मसाला प्रसंस्करण और मूल्य संवर्द्धन में सुधार करना है।

दृष्टि मेन्स प्रश्न:

प्रश्न: प्रतिस्पर्द्धा, गुणवत्ता नियंत्रण और प्रसंस्करण के मामले में भारत के मसाला उद्योग के सामने प्रमुख चुनौतियाँ क्या हैं? इन मुद्दों को हल करने के उपाय सुझाइए।

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न   

प्रिलिम्स: 

प्रश्न.1 18वीं शताब्दी के मध्य में इंग्लिश ईस्ट इंडिया कंपनी के द्वारा बंगाल से निर्यातित प्रमुख पण्यपदार्थ (स्टेपल कमोडिटीज़) क्या थे: (2018)

(a) अपरिष्कृत कपास, तिलहन और अफीम
(b) चीनी, नमक, जस्ता और सीसा
(c) ताँबा, चाँदी, सोना, मसाले और चाय
(d) कपास, रेशम, शोरा और अफीम

उत्तर: (d)


प्रश्न. 2 केसर मसाला बनाने में पौधे के निम्नलिखित में से किस भाग का उपयोग किया जाता है? (2009)

(a) पत्ता
(b) पंखुड़ी
(c) फूल की पँखड़ी का भाग
(d) वर्तिकाग्र 

उत्तर: (d)

  • केसर विश्व के सबसे महँगे मसालों में से एक है। यह केसर क्रोकस फूल के वर्तिकाग्र (फूल के धागे जैसे भाग) से बनाया जाता है।
  • यह स्वास्थ्य, सौंदर्य प्रसाधन और औषधीय प्रयोजनों के लिये उपयोग किया जाता है। यह पारंपरिक कश्मीरी व्यंजनों के साथ जुड़ा हुआ है और क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतिनिधित्व करता है।
  • अतः विकल्प (d) सही उत्तर है।
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2