इंदौर शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 11 नवंबर से शुरू   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

डेली अपडेट्स


जैव विविधता और पर्यावरण

स्टेट ऑफ इंडियाज़ एन्वायरनमेंट रिपोर्ट 2021

  • 27 Feb 2021
  • 4 min read

चर्चा में क्यों?

हाल ही में सेंटर फॉर साइंस एंड  एन्वायरनमेंट (Centre for Science and Environment- CSE) द्वारा सेंटर फॉर एन्वायरनमेंट रिपोर्ट, 2021 (State of Environment Report, 2021) जारी की गई है।

  • CSE नई दिल्ली स्थित एक सार्वजनिक हित अनुसंधान और परामर्शकारी संगठन है, जो सतत् और न्यायसंगत विकास की वकालत करता है और इससे संबंधित विभिन्न पहलुओं पर शोध करता है। 

प्रमुख बिंदु:

रिपोर्ट के मुख्य बिंदु: 

  • पेंडिमिक जनरेशन 
    • भारत में 375 मिलियन बच्चों (नवजात शिशुओं से लेकर 14 साल के बच्चों तक) में 'पेंडिमिक जनरेशन' की शुरूआत देखी जा सकती है, जिसके दीर्घकालीन प्रभाव हो सकते हैं। कम वज़न, स्टंटिंग (कम ऊँचाई के साथ कम उम्र) तथा शिक्षा और कार्य उत्पादकता में कमी के चलते बाल मृत्यु दर में वृद्धि हुई है।
  • स्कूल छोड़ने वाले बच्चों की संख्या में वृद्धि:  
    • कोविड-19 महामारी ने वैश्विक स्तर पर 500 मिलियन से अधिक बच्चों को  स्कूल से बाहर कर दिया गया जिनमें आधे से अधिक भारत के थे।
  • गरीबी में अत्यधिक वृद्धि: 
    • कोविड -19 ने विश्व के गरीबों को और अधिक निर्धन बना दिया हैमहामारी के चलते 115 मिलियन से अधिक अतिरिक्त लोग अत्यधिक गरीबी की चपेट में आ सकते हैं जिनमें से अधिकांश दक्षिण एशिया में रहते हैं
  • प्रदूषण का बिगड़ता स्तर:  
    • वर्ष 2009 और 2018 के मध्य भारत में वायु, जल और भूमि प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी हुई है। 
    • केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, देश में 88 प्रमुख औद्योगिक क्लस्टर/समूहों (Industrial Clusters) में से 35 में समग्र पर्यावरणीय गिरावट, 33 में वायु गुणवत्ता का बिगड़ता स्तर, 45 में अधिक प्रदूषित जल  और 17 में भूमि प्रदूषण के बढ़ते स्तर को चिह्नित किया गया है।
    • महाराष्ट्र का तारापुर सबसे प्रदूषित क्लस्टर के रूप में उभरा है।

सतत् विकास रैंकिंग के संबंध में: 

  • सतत् विकास के मामले में भारत 192 देशों में 117वें स्थान पर रहा जो  पाकिस्तान के अलावा सभी दक्षिण एशियाई देशों में सबसे पीछे था।
  • सतत् विकास लक्ष्यों में राज्यों का प्रदर्शन:
    • सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्य: केरल, हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और तेलंगाना। 
    • सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले राज्य : बिहार, झारखंड, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और उत्तर प्रदेश।

अन्य रिपोर्टस:

स्रोत: द हिंदू

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2