गिनी की खाड़ी में दूसरा समुद्री डकैती रोधी गश्ती दल | 21 Nov 2023
प्रिलिम्स के लिये:गिनी की खाड़ी (GoG), INS सुमेधा, खाड़ी, समुद्री डकैती रोधी गश्त, सूचना संलयन केंद्र (IFC) मेन्स के लिये:समुद्री सुरक्षा सहयोग और देशों पर समुद्री डाकुओं का बोझ, समुद्री सुरक्षा और संबंधित चिंताएँ |
स्रोत: द हिंदू
चर्चा में क्यों?
भारतीय नौसेना ने हाल ही में अटलांटिक महासागर में गिनी की खाड़ी (GoG) में अपनी दूसरी समुद्री डकैती रोधी गश्त पूरी की, इस मिशन में अपतटीय गश्ती पोत INS सुमेधा ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- सितंबर/अक्तूबर 2022 में INS तरकश द्वारा पहली GoG समुद्री डकैती रोधी गश्त शुरू की गई थी।
GoG में दूसरी समुद्री डकैती रोधी गश्त की मुख्य विशेषताएँ क्या हैं?
- INS सुमेधा ने GoG में 31-दिवसीय समुद्री डकैती रोधी गश्त का संचालन किया, जो अफ्रीका के पश्चिमी तट के साथ अटलांटिक महासागर में एक विस्तारित-रेंज परिचालन तैनाती पर है।
- सुमेधा की तैनाती ने यह भी सुनिश्चित किया कि भारतीय नौसेना के संबंध सेनेगल, घाना, टोगो, नाइजीरिया, अंगोला तथा नामीबिया जैसी क्षेत्रीय नौसेनाओं के साथ मज़बूत हों।
- INS सुमेधा की तैनाती का उद्देश्य संयुक्त प्रशिक्षण के माध्यम से क्षेत्रीय भागीदारों की क्षमताओं को बढ़ाना है, जो 'वसुधैव कुटुंबकम' यानी पृथ्वी एक परिवार है, के दर्शन के प्रति भारत की प्रतिबद्धता पर ज़ोर देता है।
- गश्ती दल का लक्ष्य भारतीय और विदेशी व्यापारिक जहाज़ों की सुरक्षा, क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा व स्थिरता में सुधार करना तथा समुद्री डकैती एवं हिंसक डकैती को हतोत्साहित करना एवं रोकना था।
गिनी की खाड़ी (GoG) के विषय में मुख्य तथ्य क्या हैं?
- GoG पश्चिमी अफ्रीकी तट पर अटलांटिक महासागर का प्रवेश द्वार है, जो गैबॉन में केप लोपेज़ से लाइबेरिया में केप पालमास तक पश्चिम की ओर फैला हुआ है।
- खाड़ी को समुद्र के उस हिस्से के रूप में परिभाषित किया जाता है जिसके इर्द-गिर्द भूमि का घेरा हो। इनका निर्माण प्लेट टेक्टोनिक्स के परिणामस्वरूप होता है और अक्सर जलडमरूमध्य के रूप में संकीर्ण जल मार्गों द्वारा समुद्र से जुड़े होते हैं।
- यह प्रमुख याम्योत्तर (Prime Meridian) तथा भूमध्य रेखा के जंक्शन पर 0°0'N एवं 0°0'E पर स्थित है।
- गिनी की खाड़ी में गिरने वाली प्रमुख नदियों में वोल्टा एवं नाइजर शामिल हैं।
- व्यापक समुद्री डकैती के कारण GoG विश्व की सबसे खतरनाक खाड़ियों में से एक है, जिसने अन्य अंतर्राष्ट्रीय देशों सहित पश्चिम अफ्रीका के कई देशों को गंभीर रूप से प्रभावित किया है।
- इस खाड़ी में प्रत्येक वर्ष समुद्री डाकुओं द्वारा लगभग 100 जहाज़ों को निशाना बनाया जाता है।
- GoG क्षेत्र में विश्व के कुल पेट्रोलियम भंडार का 35% से अधिक हिस्सा है।
- यहाँ हीरा, यूरेनियम, तांबा आदि सहित कई खनिज पाए जाते हैं।
- गिनी की खाड़ी क्षेत्र की प्रमुख आर्थिक गतिविधियों में पेट्रोलियम अन्वेषण, खनन एवं गैस फ्लेरिंग, बंदरगाह संचालन तथा मत्स्यपालन शामिल हैं।
- गिनी की खाड़ी के किनारे स्थित 16 तटीय देश- अंगोला, बेनिन, कैमरून, कोटे डी’ आइवर, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, कांगो गणराज्य, गिनी, इक्वेटोरियल गिनी, गिनी-बिसाऊ, गैबॉन, नाइजीरिया, घाना, साओ टोमे और प्रिंसिपे, टोगो एवं सिएरा लियोन हैं।
गिनी की खाड़ी भारत के लिये रणनीतिक रूप से कैसे महत्त्वपूर्ण है?
- गिनी की खाड़ी देश की ऊर्जा आवश्यकताओं का एक प्रमुख स्रोत होने के कारण भारत के राष्ट्रीय हितों के लिये अत्यधिक रणनीतिक महत्त्व रखती है।
- हाल के वर्षों में नाइजीरिया, भारत के लिये कच्चे तेल के मुख्य स्रोतों में से एक रहा है, वर्ष 2020 में यह भारत को कच्चे तेल तथा तरलीकृत प्राकृतिक गैस (LNG) का चौथा सबसे बड़ा आपूर्तिकर्त्ता था।
- GoG भारत के लिये सुरक्षा चिंता का क्षेत्र भी रहा है, क्योंकि यह समुद्री डकैती, सशस्त्र डकैती, आतंकवाद एवं अंतर्राष्ट्रीय अपराध की चुनौतियों का सामना करता है।
- भारत GoG में समुद्री डकैती की घटनाओं का शिकार होता रहा है, क्योंकि अतीत में कई भारतीय नागरिकों को समुद्री लुटेरों द्वारा बंधक बना लिया जाता था।
INS सुमेधा:
- INS सुमेधा सरयू वर्ग के स्वदेशी रूप से विकसित नौसेना अपतटीय गश्ती जहाज़ (NOPV) में से तीसरा है, जिसे स्वतंत्र रूप से और बेड़े के संचालन हेतु कई भूमिकाओं के लिये तैनात किया गया है।
- यह जहाज़ कई हथियार प्रणालियों, सेंसर, अत्याधुनिक नेविगेशन और संचार प्रणालियों एवं एक इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली से सुसज्जित है।
- INS सुमेधा का उद्देश्य भारतीय नौसेना की बढ़ती समुद्री निगरानी और गश्त आवश्यकताओं को पूरा करना है।
- इस जहाज़ की प्राथमिक भूमिका विशेष आर्थिक क्षेत्र (EEZ) की निगरानी, समुद्री डकैती रोधी गश्त, बेड़े के संचालन, अपतटीय संपत्तियों को समुद्री सुरक्षा प्रदान करना और उच्च मूल्य वाली संपत्तियों का अनुरक्षण करना है।
- समुद्री सुरक्षा में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को प्रदर्शित करते हुए इसने गिनी की खाड़ी में पहले भारत-यूरोपीय संघ संयुक्त अभ्यास में भाग लिया।
- इसने ऑपरेशन कावेरी में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई और अप्रैल 2023 में युद्ध प्रभावित सूडान से भारतीय प्रवासियों को निकालने में योगदान दिया।
समुद्री सुरक्षा से संबंधित भारत की पहल क्या हैं?
- सागर नीति
- भारत ने सामुद्रिक कानून पर संयुक्त राष्ट्र अभिसमय (UNCLOS) के लिये अपना समर्थन दोहराया
- इंटरनेशनल फ्यूज़न सेंटर (IFC)
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष प्रश्नप्रश्न. 'क्षेत्रीय सहयोग के लिये इंडियन ओशन रिम एसोसिएशन फॉर रीजनल को-ऑपरेशन (IOR_ARC)' के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2015)
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (a) केवल 1 उत्तर: (d) |