ROTTO-SOTTO: संगठन | 17 Mar 2020
प्रीलिम्स के लिये:ROTTO-SOTTO, अंग दान में अग्रणी राज्य मेन्स के लिये:अंग प्रत्यारोपण से जुड़े मुद्दे |
चर्चा में क्यों?
हाल ही में महाराष्ट्र ने अंग दान तथा प्रत्यारोपण में तमिलनाडु और तेलंगाना को पीछे छोड़ दिया है।
मुख्य बिंदु:
- पुणे, नागपुर और औरंगाबाद अंग दान के क्षेत्र में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले नगर हैं।
- महाराष्ट्र को राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (National Organ and Tissue Transplant Organisation-NOTTO) द्वारा मृतक अंग दान के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ राज्य का पुरस्कार प्रदान किया गया था (नवंबर 2019)।
महाराष्ट्र कैसे पहुँचा शीर्ष पर?
ROTTO-SOTTO:
सरकार अंग दान को बढ़ावा देने के लिये निम्नलिखित घटकों के साथ मिलकर राष्ट्रीय अंग प्रत्यारोपण कार्यक्रम लागू कर रही है।
स्तर | घटक/संगठन |
राष्ट्रीय स्तर |
राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (NOTTO) |
क्षेत्रीय स्तर | क्षेत्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (ROTTO) |
राज्य स्तर | राज्य अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (SOTTO) |
- क्षेत्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (Regional Organ and Tissue Transplant Organisation- ROTTO) एवं राज्य अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (State Organ and Tissue Transplant Organisation-SOTTO) अर्थात ROTTO-SOTTO की स्थापना केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय द्वारा की गई थी।
राष्ट्रीय अंग प्रत्यारोपण कार्यक्रम के उद्देश्य:
- राष्ट्रीय अंग एवं ऊतक दान तथा प्रत्यारोपण रजिस्ट्री को बनाए रखना।
- अंग दान पर जागरूकता में सुधार के लिये सूचना, शिक्षा और संचार (Information, Education and Communication- IEC) गतिविधियों को बढ़ावा देना।
- सरकारी अस्पतालों में रियायती लागत पर प्रत्यारोपण की सुविधा प्रदान करना।
- प्रशिक्षण में सहयोग, वित्तीय सहायता जैसे अन्य कार्य करना।
अंग दान और प्रत्यारोपण का अर्थ:
- अंग प्रत्यारोपण का अभिप्राय सर्जरी के माध्यम से एक व्यक्ति के स्वस्थ अंग को निकालने और उसे किसी ऐसे व्यक्ति में प्रत्यारोपित करने से है जिसका अंग किन्हीं कारणों से विफल हो गया है।
अंग दान का महत्त्व:
- एक एकल अंगदाता आठ से अधिक लोगों के जीवन को बचा सकता है या सुधार सकता है।
- अंगदान जागरूकता के बारे में पिछले कुछ वर्षों में सुधार हुआ है लेकिन अभी इस क्षेत्र को अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
भारत में अंग दान और प्रत्यारोपण:
- ग्लोबल ऑब्ज़र्वेटरी ऑन डोनेशन एंड ट्रांसप्लांट’ के अनुसार, अमेरिका के बाद दुनिया में सबसे अधिक अंग प्रत्यारोपण भारत में किये जाते हैं। हालाँकि इसके बावजूद भारत में अंग दान की दर 0.65 प्रति मिलियन बनी हुई है, जो कि इस लिहाज़ से चिंता का विषय है।
भारत में अंग प्रत्यारोपण संबंधी मुद्दे:
- आधारिक संरचना का अभाव।
- मांग और पूर्ति के बीच अंतर।
- प्रत्यारोपण की उच्च लागत।
- जागरूकता की कमी।
सरकार द्वारा किये गए प्रयास:
- ‘मानव अंग प्रत्यारोपण अधिनियम’ (Transplat of Human Organ and Tissue Act- THOA), 1994, मानव अंग प्रत्यारोपण (अनुसंधान) अधिनियम, 2011, मानव अंग और ऊतक प्रत्यारोपण नियम (THOT), 2014 आदि कानून भारत में अंग प्रत्यारोपण संबंधी कार्यों का नियमन करते हैं।
आगे की राह:
- सरकार को यह सुनिश्चित करने का प्रयास करना चाहिये कि अंग प्रत्यारोपण की सुविधाएँ समाज के कमज़ोर वर्ग तक भी पहुँच सकें। इसके लिये सार्वजनिक अस्पतालों की अंग प्रत्यारोपण क्षमता में वृद्धि की जा सकती है।
- अंग दान के बारे में गलत धारणाओं और मिथकों को दूर करना देश में अंग दान करने वालों की कमी को दूर करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।