शासन व्यवस्था
प्रधानमंत्री अनुसंधान अध्येता योजना में संशोधन
- 08 May 2020
- 5 min read
प्रीलिम्स के लिये:प्रधानमंत्री अनुसंधान अध्येता योजना मेन्स के लिये:भारत में शोधकार्य को बढ़ावा देने हेतु सरकार द्वारा किये गए प्रयास |
चर्चा में क्यों?
हाल ही में मानव संसाधन विकास मंत्रालय (Ministry of Human Resource Development-MHRD) द्वारा ‘प्रधानमंत्री अनुसंधान अध्येता योजना’ (Prime Minister Research Fellows- PMRF) में संशोधन किया गया है।
प्रमुख बिंदु:
- ध्यातव्य है कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा देश में शोध कार्य को बढ़ावा देने हेतु ‘प्रधानमंत्री अनुसंधान अध्येता योजना’ की शुरुआत की गई थी।
- उल्लेखनीय है कि ‘प्रधानमंत्री अनुसंधान अध्येता योजना’ में संशोधन के पश्चात् किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान/ विश्वविद्यालय (आईआईएससी/ आईआईटी/ एनआईटी/ आईआईएसईआर/ आईआईआईटी के अलावा) के छात्र इस योजना के लिये पात्र होंगे, साथ ही पात्रता हेतु गेट (Graduate Aptitude Test in Engineering- GATE) परीक्षा में प्राप्त स्कोर को 750 से घटाकर 650 अंक कर दिया गया है।
- ‘नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क’ (National Institutional Ranking Framework- NIRF) द्वारा जारी रैंकिंग में शीर्ष 25 संस्थानों में शामिल NITs भी PMRF के अंतर्गत शामिल किये जाएंगे।
- उल्लेखनीय है कि देश में अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिये मानव संसाधन विकास मंत्रालय में ‘रिसर्च एंड इनोवेशन डिवीज़न’ (Research And Innovation Division) नामक एक विभाग तैयार किया जा रहा है। इस विभाग के अध्यक्ष द्वारा MHRD के तहत आने वाले विभिन्न संस्थानों के अनुसंधान कार्य का समन्वय किया जाएगा।
- PMRF योजना हेतु पात्रता को निम्नलिखित 2 भागों में विभाजित किया गया है:
- डायरेक्ट एंट्री चैनल (Direct Entry Channel)
- लेटरल एंट्री चैनल (Lateral Entry Channel)
डायरेक्ट एंट्री चैनल (Direct Entry Channel) हेतु पात्रता :
- उम्मीदवार इस योजना हेतु पात्र होगा यदि उसने मान्यता प्राप्त किसी भी भारतीय संस्थान/विश्वविद्यालय से विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में पूर्ववर्ती तीन वर्षों में स्नातक या परास्नातक की पढ़ाई पूरी कर ली हो या अंतिम वर्ष में अध्ययनरत हो। इसके साथ ही स्नातक या परास्नातक में CGPA अंक 8.0 या उससे अधिक तथा GATE स्कोर 650 अंक या उससे अधिक होना चाहिये।
- ऐसा उम्मीदवार जो GATE परीक्षा उत्तीर्ण कर PMRF के तहत आने वाले संस्थानों से M.Tech./MS में अध्ययनरत या पढ़ाई पूरी कर चुके हैं, के प्रथम समेस्टर के कम-से-कम चार विषयों में CGPA अंक 8.0 या उससे अधिक होना चाहिये।
- उम्मीदवार इस योजना हेतु पात्र होगा यदि वह PMRF के तहत आने वाले किसी एक संस्थान में Ph.D हेतु चयनित हो।
- इसके साथ ही यदि PMRF के तहत आने वाले संस्थानों द्वारा Ph.D हेतु चयनित (साक्षात्कार के माध्यम से) विद्यार्थियों की सिफारिश की जाती है तो उस स्थिति में भी पात्रता मानी जाएगी। ऐसे उम्मीदवारों को वरीयता दी जाएगी जिनके शोधकार्य किसी प्रतिष्ठित पत्रिका में प्रकाशित किये जा चुके हों या जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय शैक्षणिक प्रतियोगिताओं में भागीदारी की हो।
लेटरल एंट्री चैनल (Lateral Entry Channel) हेतु पात्रता :
- ऐसे उम्मीदवार जो परास्नातक के बाद Ph.D में 12 महीनों से अध्ययनरत हों या स्नातक के बाद Ph.D में 24 महीनों से अध्ययनरत हों, लेटरल एंट्री के लिये पात्र होंगे। इसके साथ-साथ Ph.D कार्यक्रम में कम-से-कम चार पाठ्यक्रमों में CGPA अंक 8.5 या इससे अधिक होनी चाहिये।
- PMRF के तहत आने वाले संस्थानों द्वारा उम्मीदवारों की सिफारिश की गई हो।
- ऐसे उम्मीदवारों को वरीयता दी जाएगी जिनके शोधकार्य किसी प्रतिष्ठित पत्रिका में प्रकाशित किये जा चुके हों।